Ram Mandir Ayodhya : रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) में बन रहे राम मंदिर के गर्भगृह (Sanctum Sanctorum) में रामलला के बाल स्वरूप मूर्ति शुक्रवार को रखी गई। इसकी तस्वीरें खूब Social Media पर Viral हुईं।
इसमें रामलला की आंखों पर पट्टी बंधी थी, जिसे प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha) के बाद हाटाया जाएगा, लेकिन शुक्रवार शाम होते-होते रामलला के इस स्वरूप वाली मूर्ति की कुछ और तस्वीरें Viral हुईं, जिसमें आंखों से पट्टी हटी हुई थी और पूरा चेहरा दिख रहा था। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर बिना पट्टी वाली फोटो असली है या पट्टी वाली।
मूर्ति की आंखें प्रकट नहीं की जा सकतीं
इसे लेकर अब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास का कहना है,”… प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान राम की मूर्ति की आंखें प्रकट नहीं की जा सकतीं। जिस मूर्ति में आंखें दिख रही हैं, वह भगवान राम की असली मूर्ति नहीं है।
फिर भी अगर यह असल मूर्ति है और इसकी आंखें दिखाई गई हैं तो इसकी जांच होनी चाहिए कि ऐसा किसने किया और ये तस्वीर कैसे वायरल हुई।”
बता दें कि रामलला के बालस्वरूप की यह मूर्ति शुक्रवार को पूरे विधि-विधान से गर्भगृह में रखी गई थी। 22 जनवरी को इसी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी और इसके बाद मंदिर का उद्घाटन PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) करेंगे। मूर्ति गर्भगृह में रखे जाने के बाद इसकी तस्वीर मंदिर प्रशासन की ओर से जारी की गई थी, जिसमें आंखों पट्टी से ढकी हुई थीं।
रामलला की यह मूर्ति 51 इंच की है। भक्तों को मूर्ति के दर्शन लगभग 35 फुट दूर से ही करने होंगे। मूर्ति की ऊंचाई 51 इंच है और इसका वजन करीब डेढ़ टन है। यह मूर्ति पत्थर की है।
मूर्ति बनाते वक्त इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि अगर उसे जल या दूध से स्नान कराया जाए तो पत्थर पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इतना ही नहीं, अगर पानी को पिलाया जाए तो कोई नुकसान न हो।