Amar Bauri Met the Family of Youth who Committed Suicide: नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी ने रामगढ़ (Ramgarh) थाने में खुदकुशी (Suicide) करने वाले युवक अनिकेत उर्फ कोका के परिजनों से शुक्रवार की शाम शहर के मिलोनी क्लब स्थित आवास पर मुलाकात की।
बावरी ने कहा कि एक गरीब परिवार के बच्चे की हत्या पुलिस अत्याचार की वजह से हो गई। आज जिला प्रशासन पूरी कानूनी प्रक्रिया का ढोल पीट रहा है। यह कोई विशेष तौर पर नहीं किया जा रहा। यह सारी प्रक्रिया एक Protocol है, जिसको फॉलो किया जा रहा है।
बावरी ने कहा कि एक नागरिक को जो संवैधानिक अधिकार मिले हुए हैं, उन सभी अधिकारों को ताक पर रखकर युवक को थाने ले जाया जाता है। उसे प्रताड़ित किया जाता है और उसके परिवार वालों को यह बताने की भी कोशिश नहीं की जाती कि किस मामले में उसे हिरासत में लिया गया है।
इसके बाद उस युवक की मौत हो जाती है और परिजनों को उससे मिलने नहीं दिया जाता। यह सारी चीजें इस बात की और इशारा कर रही हैं कि प्रशासन मामले पर पर्दा डाल रहा है।
बावरी ने रामगढ़ एसपी के आधिकारिक बयान पर भी टिप्पणी की और कहा कि एक बड़े घर का युवक होता तो पुलिस पहले वारंट जारी करती या नोटिस जारी करती लेकिन एक गरीब परिवार का बच्चा था, इसलिए उसे होटल से उठाकर थाने ले जाया गया। झारखंड में प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी इसी तरीके से चल रही है।
15 लाख मिले मुआवजा और जमीन
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाबरी ने जिला प्रशासन से 15 लाख रुपये मुआवजा अनिकेत के परिजनों को देने की मांग की है। साथी कहा कि इस गरीब परिवार को आवास बनाने के लिए जमीन भी दिया जाना चाहिए।
इस परिवार की बदहाल स्थिति को देखकर प्रशासनिक अधिकारियों को खुद यह सब काम करना चाहिए था। आज जब मैं यहां आया हूं तो इस समय भी जिले का कोई अधिकारी यहां मौजूद नहीं है। इससे पहले भी कोई अधिकारी उनके घर पर सुध लेने नहीं आया। इसका मतलब साफ है कि इस पूरे मामले पर पर्दा डाला जा रहा है।