रामगढ़: रांची-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का रूट बरकाकाना स्टेशन से बदल दिया गया है।
रेल मंत्रालय के इस निर्णय के खिलाफ अब रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने आंदोलन की चेतावनी दे डाली है। रविवार को चेंबर अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी के नेतृत्व में सभी पदाधिकारियों की बैठक आहूत की गई।
इस बैठक में केंद्र सरकार के इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन करने का फैसला लिया गया है। राजधानी के रूट परिवर्तन के विरोध में 21 नवंबर को बरकाकाना रेलवे स्टेशन पर धरना दिया जाएगा।
चेंबर अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी ने कहा कि रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस एवं रांची चोपन एक्सप्रेस पूर्व में रांची से भाया बरकाकाना चलती थी।
उसके रूट को बदलते हुए वाया टोरी-लोहरदगा होकर चलाने का निर्णय रामगढ़ वासियों के लिए सही नहीं है। रेल मंत्रालय को बरकाकाना रूट से राजधानी एक्सप्रेस को सप्ताह में चार दिन चलाना चाहिए था।
लेकिन इस रूट को बदल देना कई जिलों के यात्रियों के लिए बड़ा नुकसान दे गया है। इसके लिए चेंबर ने क्षेत्र के सांसद, विधायकों, डीआरएम धनबाद, डीआरएम रांची, ए डी आर एम बरकाकाना, डीसी, एसडीओ के नाम पत्र जारी किया जाएगा। रूट परिवर्तन का विरोध पत्र सोपेंगे।
अध्यक्ष ने कहा कि बरकाकाना जंक्शन रामगढ़ तथा आसपास के जिले का सबसे निकटतम एवं महत्वपूर्ण स्टेशन है। इस रूट से हजारों की संख्या में व्यापारी एवं अन्य लोगों का आवागमन होता रहता है। साथ ही साथ छोटे छोटे व्यवसाय कर लोग अपने जीविकोपार्जन करते हैं। बड़ी दूर-दूर से लोग सब्जी इत्यादि बेचने के लिए ट्रेन के माध्यम से आते हैं। लेकिन अचानक से इन ट्रेनों का रूट परिवर्तन कर देना कतई न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने पूर्व की भांति बरकाकाना रूप से इन दोनों ट्रेनों को चलाने की मांग की। साथ ही कहा कि इसके लिए जन सहयोग के माध्यम से आंदोलन भी चलाया जाएगा।
चेंबर उपाध्यक्ष अमरेश गणक ने कहा कि बरकाकाना के स्टेशन के बगल में रामगढ़ छावनी का होना अपने आप में गौरव की बात है। बरकाकाना स्टेशन से व्यापारियों एवं आम लोगों के साथ-साथ छावनी के वीर जवान भी दिल्ली के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में आते जाते हैं। लेकिन रेलवे द्वारा कुछ समय बचाने को लेकर ट्रेन के परिचालन को दूसरे रूट पर बदलने का निर्णय सरासर गलत है।