Fake Call Center: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने छह साल पहले रामगढ़ में फर्जी कॉल सेंटर (Fake Call Center) का भंडाफोड़ करने के बाद इसके मुख्य संचालक को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी प्रवीन कुमार, (Praveen Kumar) जो मूल रूप से रामगढ़ के निकट फुटबॉल ग्राउंड, सांडी रजरपा प्रोजेक्ट का निवासी है, को गुरुवार, 27 मार्च 2025 की रात नोएडा से गिरफ्तार किया गया। वह पिछले एक साल से अधिक समय से गोवा में एक रेस्टोरेंट और पब चला रहा था।
2019 में दर्ज हुआ था मुकदमा
एसएसपी STF नवनीत सिंह भुल्लर (SSP STF Navneet Singh Bhullar) ने बताया कि 2019 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के भारतीय लीगल एडवाइजर भूपिंदर सिंह बिंद्रा ने पटेलनगर कोतवाली में एक मुकदमा दर्ज कराया था।
शिकायत में बताया गया था कि पटेलनगर में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम से प्रवीन कुमार, रंजन कुमार और मयंक एक फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। इस कॉल सेंटर के जरिए लोगों को ठगा जा रहा था।
उस समय STF ने इस फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ तो कर दिया था, लेकिन मुख्य संचालक प्रवीन कुमार फरार हो गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
गोवा में छिपकर चला रहा था रेस्टोरेंट
प्रवीन कुमार पिछले एक साल से गोवा में छिपकर एक रेस्टोरेंट और पब का संचालन कर रहा था। STF ने लंबी जांच और तकनीकी निगरानी के बाद उसकी लोकेशन का पता लगाया और नोएडा से उसे धर दबोचा। इस गिरफ्तारी से उन लोगों को राहत मिली है, जो इस फर्जी कॉल सेंटर की ठगी का शिकार हुए थे।
फर्जी कॉल सेंटर का संचालन
2019 में सामने आए इस मामले में प्रवीन कुमार और उसके साथी रंजन कुमार व मयंक ने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम का दुरुपयोग कर एक फर्जी कॉल सेंटर स्थापित किया था।
इस कॉल सेंटर के जरिए वे लोगों को तकनीकी सहायता या अन्य सेवाओं के नाम पर झांसा देकर ठगी करते थे। इस तरह के फर्जी कॉल सेंटर अक्सर लोगों को लुभावने ऑफर या डराने की रणनीति का इस्तेमाल कर उनके बैंक खातों से पैसे उगahi करते हैं।
STF कर रही पूछताछ
STF अब प्रवीन कुमार से पूछताछ कर रही है ताकि इस ठगी के नेटवर्क के अन्य सदस्यों और इसकी पूरी कार्यप्रणाली का पता लगाया जा सके। यह गिरफ्तारी साइबर अपराध (Cyber Crimes) के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, खासकर तब जब आरोपी इतने लंबे समय तक फरार था।