रामगढ़: हज़ारीबाग सांसद सह वित्त संबंधी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष जयंत सिन्हा ने कोरोना पर नियंत्रण पाने और क्षेत्र व राज्यवासियों की सुरक्षा की दृष्टि से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को स्ट्रेटेजिक प्लान के लिए सुझाव भेजा है।
उन्होंने कहा है कि ओमिक्रोन पर काबू पाने की अविलंब ज़रूरत है, ताकि संक्रमितों की संख्या नियंत्रित रहे और स्वास्थ्य व्यवस्था पर अतिरिक्त बोझ न पड़े।
इसके लिये एक वैज्ञानिक व डेटा आधारित स्ट्रेटेजिक प्लान की आवश्यकता है। कोरोना के खिलाफ जंग जीतना है तो लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है।
लोगों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाने, कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज़ लेने, 15-18 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण करवाने और पात्र व्यक्तियों को बूस्टर डोज़ लेने हेतु जागरूक करना चाहिए।
कोरोना से जुड़ी हुई सूचनाओं का विस्तार भी बेहद आवश्यक है। इसके लिए प्रशासनिक दक्षता बढ़ाकर सूचनाओं को पारदर्शी व सुलभ बनाना होगा।
ज़िला कंट्रोल रूम का निर्माण कर डैशबोर्ड बनाने होंगे, जो रियल-टाइम जानकारी उपलब्ध करवाएं, ताकि एम्बुलेंस, बेड, वेंटिलेटर व ऑक्सीजन समेत अन्य सुविधाएं निर्बाध रूप से उपलब्ध हो सकें।
साथ ही दैनिक रूप से मेडिकल बुलेटिन जारी करने होंगे और सहायता हेतु हेल्पलाइन नंबर व वेबसाइट जारी करनी होगी, जिससे सही मार्गदर्शन मिल सके।
कोरोना के खिलाफ जंग लड़नी है तो इसकी टेस्टिंग बड़े पैमाने पर जानी चाहिए। रैपिड टेस्ट व आरटीपीसीआर जांच में वृद्धि करनी होगी।
इनका भुगतान झारखण्ड सरकार द्वारा किया जाए ताकि कोई भी व्यक्ति मुफ़्त में परीक्षण करवा सके।
सांसद ने कहा है कि आवश्यक होने पर कंटेनमेंट ज़ोन व लॉकडाउन लगाए जा सकते हैं लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आमजनों को और आपातकालीन सेवाओं को असुविधा का सामना न करना पड़े।