रामगढ़ : कतारी टोला गांव में पुलिस पर हुए कथित जानलेवा हमले के बाद राजनीति शुरू हो गयी है। गुरुवार की सुबह रजरप्पा थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़की पोना स्थित कतारी टोला गांव ग्रामीणों द्वारा पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये गये।
ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस कार्रवाई के दौरान एक बुजुर्ग महिला के साथ मारपीट की गयी। इससे उसकी मौत हो गयी। यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैली। पुलिस ने आनन-फानन में वहां कार्रवाई शुरू की।
गांव में बढ़ते तनाव को देखते हुए रजरप्पा थाना के अलावा गोला और बरलंगा थाना की पुलिस को भी इस इलाके में तैनात कर दिया गया। एसपी प्रभात कुमार के निर्देश पर डीएसपी हेडक्वार्टर संजीव कुमार मिश्रा ने खुद इलाके में कैंप किया है।
उनके मार्गदर्शन में रजरप्पा, गोला और बरलांगा थाना प्रभारी पूरे मामले पर पैनी नजर बनाये हुए हैं। पूरे गांव में बड़े पैमाने पर जवानों की तैनाती कर दी गयी है। पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया है।
डीसी माधवी मिश्रा ने भी इस गंभीर आरोप के बाद चितरपुर अंचल अधिकारी को घटनास्थल पर तैनात कर दिया है। अनुमंडल पदाधिकारी जावेद हुसैन भी मौक-ए-वारदात पर मौजूद हैं।
दरअसल, केतारी टोला में रावण दहन कार्यक्रम के दौरान हुए पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गयी थी। इस दौरान पथराव भी हुआ था। मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है।
पुलिस पर हमला करनेवाले नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार गांव में छापामारी अभियान चला रही है। मामले में पुलिस दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
इस प्रकरण में अब तक 100 से अधिक लोगों का नाम सामने आ चुका है। बुधवार की रात पुलिस की कार्रवाई में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गयी। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल कायम हो गया है।
ग्रामीणों का कहना कि रात में पुलिस पदाधिकारियों के साथ पुलिस के कई जवान कतारी टोला पहुंचे थे। गिरफ्तारी के लिए घरों के दरवाजे तोड़-फोड़ कर रहे थे। इस बीच बुजुर्ग महिला के घर भी पुलिस पहुंची थी। पुलिस के जवान उनके घर का दरवाजा खोलने को कहने लगे। तभी बुजुर्ग महिला ने दरवाजा खोला।
बुजुर्ग महिला की पोती प्रभा कुमारी का कहना है, “हम अपने दादा-दादी के साथ सोये हुए थे। इस बीच पुलिस आयी और दरवाजा खोलने को कहने लगे। जब दरवाजा खोला गया, तो पुलिसवाले हमलोगों को मारने लगे। इस बीच मेरी दादी जमीन पर गिर गयी।”
प्रभा ने बताया कि उसके बाद रोते हुए वह पड़ोसियों को बुलाने गयी और आकर दादी को उठाने लगी, लेकिन दादी नहीं उठी।
फिर पता चला कि उनकी मौत हो गयी है। तब तक वहां से पुलिस भी चली गयी थी। इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस के इस रवैये से सभी ग्रामीण परेशान हैं।