रामगढ़: रामनवमी का त्यौहार निकट है। ऐसी स्थिति में सांसद जयंत सिन्हा पर भगवा विरोधी होने का आरोप रामगढ़ में चर्चा का विषय बन गया है।
गुरुवार की रात रामनवमी पूजा की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में वे तलवार की भेंट को ठुकरा चुके थे।
इसके बाद सोशल मीडिया पर लगातार उन्हें ट्रॉल किया जाने लगा।
सोशल मीडिया पर जब सांसद की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया, तो रामगढ़ भाजपा उनके बचाव में उतर आई है।
शुक्रवार को पार्टी के प्रवक्ता सत्यजीत चौधरी ने अपने फेसबुक वॉल पर सांसद के पक्ष में एक लंबी चौड़ी पोस्ट लिख डाली। उन्होंने कहा कि किसी के बहकावे में लोग ना आए।
कल के साहू धर्मशाला में हो रहे कार्यक्रम में कुछ असामाजिक तत्वों ने धार्मिक भावना को आहत करते हुए सांसद जयंत सिन्हा पर “भगवा विरोधी” होने का आरोप लगाया।
राजनीतिक रोटी सेकने की नाकाम साजिश कभी सफल नहीं होगी। सांसद पूरे दिन व्यस्त कार्यक्रम दौरे पर थे।
पतरातू और अन्य क्षेत्रों में भ्रमण के बाद भी अपने तय समय पर श्रीरामनवमी बैठक में उपस्थित होने के लिए कई कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया।
हेहल का कार्यक्रम भी उन्होंने समय के आभाव में ही रद्द किया जो आज अखबारों की सुर्खियां भी बनी।
सत्यजीत चौधरी ने यह भी कहा कि जो लोग सांसद पर भगवा विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं वह यह भी देखें कि भगवा गमछा सांसद के गले में पड़ा हुआ है।
सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन के बावजूद सांसद ने रामनवमी जुलूस निकालने के पक्ष में अपना बयान जारी किया है।
इतना सब होने के बाद कोई व्यक्ति भगवा विरोधी कैसे हो सकता है।
पिछले महीने बनी कमेटी को भाजपा ने किया भंग, छोटू वर्मा को किया निष्कासित
रामगढ़ में राम नवमी पूजा को लेकर पिछले महीने ही श्री रामनवमी महासमिति का पुनर्गठन किया गया था।
इसमें छोटू वर्मा को अध्यक्ष घोषित किया गया था। लेकिन सांसद का विरोध करने पर भाजपा ने शुक्रवार को राम नवमी पूजा महासमिति की एक आपात बैठक की।
इसके बाद उन्होंने पिछले महीने बनी कमेटी को भंग कर दिया। साथ ही छोटू वर्मा और दीपक मिश्रा को आजीवन निष्कासित कर दिया।
नई कमेटी के अध्यक्ष पद पर भाजयुमो जिलाध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर का मनोनयन कर दिया। इसकी घोषणा भी भाजपा जिला प्रवक्ता सत्यजीत चौधरी ने की है।