रामगढ़: जिले की मूलभूत समस्याओं में से एक बिजली कटौती भी है। रामगढ़ जैसे औद्योगिक जिले में अप्रत्याशित बिजली कटौती ने ना सिर्फ व्यापारियों की बल्कि आम नागरिकों की भी कमर तोड़ कर रख दी है।
इस मुद्दे पर रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने अभियान छेड़ दिया है। “बोलो रामगढ़” अभियान के तहत गुरुवार को बिजली बोर्ड के कार्यालय का घेराव किया गया।
इस दौरान चेंबर अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी ने कहा कि रामगढ़ जिले में अप्रत्याशित रूप से बिजली की कटौती की जा रही है। पिछले दो वर्षों से रामगढ़ जिले ने भी कोरोना में काफी कुछ खोया है।
इस वर्ष जब यहां की इंडस्ट्रीज और आम जनजीवन पटरी की ओर बढ़ने लगी तो बिजली कटौती जैसी समस्या ने उनकी कमर तोड़ दी। यह मुद्दा आम नागरिकों से जुड़ा हुआ है।
इसलिए चेंबर इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। इस मुद्दे को लेकर आगामी 16 दिसंबर को रामगढ़ बंद का भी ऐलान किया गया है।
अगर इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारियों की नींद नहीं खुली, तो उपवास और धरना प्रदर्शन के अलावा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि जब भी बिजली बोर्ड के अधिकारियों को इन समस्याओं से अवगत कराया जाता है तो वे सीधे तौर पर अपना पल्ला झाड़ते हैं और डीवीसी को दोषी करार दे देते हैं।
लेकिन अब आम नागरिक जाग उठा है। जिस संस्थान को आम नागरिक और व्यवसाई सुविधा के लिए फीस देते हैं, उसी से अब बेहतर सुविधा की लड़ाई भी लड़ेंगे।
इस धरना प्रदर्शन में मनजीत सिंह, अरुण राय, सरोज सिंह, महावीर अग्रवाल, आनंद अग्रवाल, अमित साहू, राहुल पाटनी सहित कई लोग शामिल थे।