रामगढ़: हजारीबाग की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने गुरुवार को रामगढ़ महिला थाना प्रभारी मिंजारी बिरूवा को 10 हजार रिश्वत (Bribe) लेते हुए गिरफ्तार किया है।
मामले की पुष्टि करते हुए ACB के SP ने बताया कि महिला थाना प्रभारी के द्वारा गलत तरीके से एक व्यक्ति पर बलात्कार (Rape) का मामला दर्ज कराया गया था।
उस मामले के आरोपी और उसके परिजनों से रिश्वत की मांग की जा रही थी। शुरू में आरोपी के परिजनों ने रिश्वत देकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की। लेकिन बाद में महिला थाना प्रभारी की डिमांड बढ़ती गई।
ACB में शिकायत करने वाले तपन गिरी ने बताया कि रांची रोड की रहने वाली एक युवती ने दिग्वार गिरी मोहल्ला के रहने वाले तरुण गिरी के खिलाफ महिला थाने में शिकायत की थी।
हालांकि उस युवती ने यह स्वीकार किया था कि तरुण गिरी (Tarun Giri) के साथ उसका संबंध है। लेकिन उसने प्राथमिकी दर्ज करने की बात नहीं की थी।
लोगों ने ACB का लिया सहारा
तरुण गिरी पर जबरन धारा 376 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। इस मामले में तरुण गिरी तो फरार हो गया लेकिन पुलिस परिजनों पर दबाव बनाने लगी। परेशान हो कर तरुण के भाई तपन गिरी ने ACB Office में शिकायत दर्ज कराई।
तपन गिरी ने बताया कि जिस युवती के नाम पर प्राथमिकी दर्ज की गई है वह युवती उनके परिजनों के साथ है। उसने कभी भी प्राथमिकी दर्ज करने की बात नहीं की थी।
लेकिन महिला थाना प्रभारी के द्वारा जबरन प्राथमिकी दर्ज कराकर रुपए की उगाही शुरू कर दी गई। महिला थाना प्रभारी के व्यवहार से परेशान लोगों ने ACB का सहारा लिया।
गुरुवार को जब वे 10 हजार रुपए रिश्वत देने महिला थाना पहुंचे, उसी दौरान ACB की टीम ने रंगे हाथों में महिला थाना प्रभारी मिंजारी बिरूवा (Minjari Biruva) को गिरफ्तार कर लिया।