झारखंड : DTO के हेड क्लर्क पर ट्रक ड्राइवर से अवैध वसूली करने का आरोप

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रामगढ़ : रामगढ़ के डीटीओ कार्यालय के हेड क्लर्क पर अवैध वसूली करने का आरोप लगा है। डीटीओ कार्यालय के हेड क्लर्क मनीष कुमार सिंह पर जांच के दौरान ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट करने, गाड़ी के पेपर छीनने तक के आरोप लगाये गये हैं।

हालांकि, हेड क्लर्क मनीष कुमार सिंह ने इन सारे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इस मुद्दे पर ट्रक मालिक के रिश्तेदार शेख तारिक अनवर ने कुज्जू ओपी में शिकायत दर्ज करायी है। अब इस पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिए कुज्जू ओपी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

रामगढ़ डीटीओ के क्लर्क मनीष कुमार सिंह द्वारा वाहन चालक के साथ मारपीट और गलत तरीके से जबरन 14 चक्का वाहन को 12 चक्का बताकर फाइन काटने एवं रिश्वत नहीं देने पर अवैध रूप से चालान काटकर ज्यादा पैसे वसूलने का आरोप लगाया गया है।

रामगढ़ शहर के विकास नगर निवासी शेख तारिक अनवर ने कहा है कि उनके बहनोई अकील अख्तर का 14 चक्का ट्रक (बीआर 01 जीजी 9019) जमशेदपुर से माल लोड कर गुजरात जा रहा था। रास्ते में रामगढ़ जिला अंतर्गत कुज्जू थाना क्षेत्र के नया मोड़ के पास ड्राइवर ने गाड़ी को सड़क किनारे खड़ा किया था। इसी क्रम में डीटीओ की गाड़ी (जेएच 01 ईबी 0024) वहां पहुंची।

उसमें बैठे अधिकारियों ने ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट करते हुए गाड़ी आगे बढ़ाने को कहा।ड्राइवर ने गाड़ी आगे बढ़ायी, तो अधिकारियों ने गाड़ी को रुकवाकर कहा कि गाड़ी का आरसी बुक दो और चालान। तुम्हारी गाड़ी में माल ओवरलोड है। जबकि, वाहन चालक ने कहा- मेरी गाड़ी में जमशेदपुर से माल लोड हुआ है। मेरी गाड़ी में 29 टन 811 केजी माल लोड है और गाड़ी पूरी तरह से सील है।

इस पर डीटीओ गाड़ी में बैठे मनीष सिंह द्वारा इस ट्रक का कांटा करवाने को कहा गया। गाड़ी का कांटा सांडी स्थित ऋषि वेट कांटा में हुआ, जिसका कुल वजन 43340 केजी निकला, जिसकी पर्ची ड्राइवर ने डीटीओ की गाड़ी में बैठे अधिकारी को दिखायी। उसमें बैठे अधिकारियों ने रिश्वत मांगी, तो ड्राइवर ने देने से मना कर दिया। इसके बाद वे गाड़ी का पेपर और चालान लेकर वहां से चल दिये।

ड्राइवर ने माल का पेपर और चालान मांगने के लिए उन्हें रोकने की कोशिश की, तो गाड़ी में बैठे अधिकारियों ने ऑफिस आने को कहा। ड्राइवर ने कहा कि गाड़ी 45505 में पास है, लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी।

शेख तारिक अनवर ने आरोप लगाया है कि डीटीओ ऑफिस में ट्रक ड्राइवर से ₹32000 रुपये का फाइन भरने को कहा गया। इसके बाद कार्यालय के कर्मचारियों और ड्राइवर के बीच बारगेनिंग शुरू हो गयी। अंत में 22000 रुपये फाइन देने को कहा गया। लेकिन, जब

एटीएम कार्ड से स्वैप किया गया, तो 22415 रुपये काट लिये गये।सड़क सुरक्षा की टीम ने की थी जांच : मनीष कुमार सिंह
इस पूरे प्रकरण पर डीटीओ कार्यालय के हेड क्लर्क मनीष कुमार सिंह ने कहा कि उन पर लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं। जिस गाड़ी को नया मोड़ में रोका गया था, वह ओवरलोड थी और यह जांच सड़क सुरक्षा टीम द्वारा की जा रही थी। उसमें कहीं भी डीटीओ की गाड़ी नहीं थी, बल्कि परिवहन विभाग की गाड़ी थी।

उन्होंने यह भी कहा कि सबसे पहले गाड़ी की जांच के दौरान वीडियो बनाया गया था और उसके बाद उसे फाइन भरने के लिए चालान दिया गया था। लेकिन, इस पूरे मामले को राजनीतिक रंग दिया गया है। सत्ताधारी दल का नेता होने का दावा करनेवाले लोगों ने बेबुनियाद आरोप लगाया और इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। जबकि, पूरे मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों तक को दी गयी थी। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर ही फाइन भी काटा गया था।