रामगढ़ : शहर के पुराने एनएच-33 पर जर्जर लोहा पुल की जगह नया पुल बनेगा। इसके लिए पथ निर्माण विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।
नए वित्तीय वर्ष में मार्च महीने के बाद नए पुल निर्माण को लेकर विभाग सक्रिय होगा। हालांकि, इस कार्य में सबसे बड़ी अड़चन पथ निर्माण विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा है।
बीते वर्ष 2020 में ही कार्यपालक पदाधिकारी ने डीपीआर तैयार कर लिया था। साथ ही मुख्य अभियंता को भी मंतव्य भेजा गया था।
उसके अनुसार पुराने एनएच पर लोहा पुल की तरफ से अतिक्रमण हटाकर सड़क का चौड़ीकरण भी किया जाना था। कोरोना काल की वजह से विकास का यह कार्य शिथिल पड़ गया था।
बाद में जब विकास कार्य शुरू हुआ तो ट्रेजरी से रकम निकालने को लेकर हुई अड़चन के कारण यह काम शुरू नहीं हो पाया था।
कार्यपालक पदाधिकारी राजेश मुर्मू के अनुसार जिन लोगों ने पथ निर्माण विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है, उनका मकान और दुकान हटाना अति आवश्यक है।
तभी यह विकास कार्य आगे बढ़ पाएगा। उन्होंने बताया कि रामगढ़ अंचल अधिकारी को इस बाबत कई बार पत्राचार किया गया है। नए वित्तीय वर्ष में भी एक बार फिर से विभाग सख्त रुख अपनाएगा।
अगर अतिक्रमण करने वाले व्यापारियों के द्वारा पथ निर्माण विभाग की अधिग्रहित भूमि को मुक्त नहीं किया जाता है, तो विभाग कानूनी तरीके से बुलडोजर चलाएगा।
उन्होंने बताया कि अगर अंचल अधिकारी के द्वारा अतिक्रमण हटाने का कार्य समय पर नहीं किया गया तो जिले के वरीय अधिकारियों को भी विभागीय स्तर से पत्र लिखकर इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि एक वर्ष पूर्व भी जब अतिक्रमण का यह मुद्दा उठा था तब पैसे और पहुंच के बल पर इस मुद्दे को दबाने का भरपूर प्रयास किया गया था।
जिन 18 लोगों ने पथ निर्माण विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है, उन लोगों के द्वारा लगातार यह प्रयास किया जाता है कि यह मुद्दा दबा ही रहे।
सबसे बड़ी वजह यह है कि अतिक्रमण करने वालों ने शोरूम, होटल, हॉस्पिटल और दुकान तक का निर्माण कर रखा है। इसी जमीन पर एक सरकारी आवास भी बना हुआ है।
लेकिन अब पथ निर्माण विभाग ने इस मुद्दे को काफी गंभीरता से लिया है।