रामगढ़ : जिम्मेदारियों की बोझ तले महिलाएं अपने सपनों को ना भुलाएं। जो भी इच्छा है दिल खोलकर उसे पूरा करने का प्रयास करें।
यह बात सोमवार को पतरातु रिसोर्ट में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर डीएवी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने कही।
उन्होंने कहा कि वे खुद डीएवी स्कूल में पढ़ी हैं। पूर्व छात्रा रहने की हैसियत से स्कूल के लिए हमेशा खड़ी हैं। यह उनके नैतिक जिम्मेदारी भी है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर डीएवी झारखंड जोन डी अंतर्गत कुल आठ स्कूलों के शिक्षिकाओं ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम की सुरुआत डीएवी गान से किया गया।
विधायक अंबा प्रसाद और झारखंड जोन डी की क्षेत्रीय अधिकारी सह प्राचार्या डॉ उर्मिला सिंह ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की।
डॉ उर्मिला सिंह ने उपस्थित महिला शिक्षिकाओं को पोस्को एक्ट और विदिशा की जानकारी दी। इस दौरान शिक्षिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की।
कार्यक्रम में डीएवी हजारीबाग, कोडरमा, भरेचनगर, रजरप्पा, उरीमारी, पतरातू, बचरा और बरकाकाना के लगभग 150 महिला शिक्षिकाएँ मौजूद थी।
डॉ उर्मिला सिंह ने कहा कि विश्व महिला दिवस में महिलाओं को जागरूक करने के लिए किया जाने वाला कार्यक्रम महिलाओं के सशक्ति करण के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
साथ ही साथ समाज के सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होगा क्योंकि महिलाएं शिक्षित होकर पूरे परिवार के कल्याण में सहायक सिद्ध होती है।
कहा भी जाता है, जहां नारी का सम्मान होता है वहां देवी देवताओं का वास होता है।