रामगढ़: रामगढ़ शहर के मेन रोड स्थित गुरुद्वारा साहिब में रविवार को सिख इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले होला मुहल्ला एवं सिख गणना के अनुसार हो रहे नववर्ष को समर्पित को लेकर 13 व 14 मार्च को विशेष दीवान सजाया गया।
होला मुहल्ला को लेकर सिख समाज के लोगों श्रद्धा, भक्ति व उत्साह के साथ मनाया। मौके पर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के महासचिव जगजीत सिंह सोनी ने होला मुहल्ला पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने अनुयायियों को हर तरह के हत्यारों को चलाने का प्रशिक्षण देने का कार्य 1975 से ही आरंभ कर दिया था।
तलवारबाजी, नेजेबाजी एवं घुड़सवारी में परंपरागत कर एक वीर सैनिक बना दिया था। उन्होंने बताया कि होली से कुछ दिन पहले होला मुहल्ला के नाम से आनंदपुर साहिब में उनके तरह-तरह के मुकाबले करवा कर विजेताओं को इनाम दिए जाते थे।
इसी को लेकर प्रत्येक वर्ष आनंदपुर साहिब व सभी सिख गुरुवाणी गायन कर इसे उत्साह से मनाते आ रहे हैं। इस दौरान गुरुद्वारा साहिब में लुधियाना से आए विशेष जत्थे भाई अरविंद सिंह नूर एवं हजूरी रागी भाई सरबजीत सिंह ने गुरुवाणी गायन कर संगत को निहाल किया।
इसमें चरण चलो मारग गोबिन्द, मिटहि पाप जपिये हर बिन्द..जिनके चोले रतड़े प्यारे कंत तिना के पास.. धन धन हमारे भाग घर आया पीर मेरा, सोहे बंद दुआर सगला बन हरा.. ताकी महिमा गनी न आवे, जिस भावे हिरदे गरीब बसाये आदि आदि गुरु वाणी पेश किये।
कार्यक्रम में प्रधान रमिंदर सिंह गांधी, पप्पू जस्सल, इंद्रपाल सिंह सैनी, जोगिंदर सिंह जग्गी, प्रीतम सिंह कालरा, डॉ नरेंद्र सिंह, रंजीत सिंह छाबड़ा, अमरजीत सिंह गांधी, सुरजीत सिंह छाबड़ा, गुल्लू आनंद, यश छाबड़ा,सीमा कोहली सहित समाज के कई महिलाएं पुरुष उपस्थित थे।