रांची: राज्य के 1700 एएसआई की एसआई रैंक में प्रोन्नति मिलेगी। जानकारी के अनुसार इसे लेकर मंगलवार को झारखंड पुलिस मुख्यालय ने एक बार फिर सभी जिलों से मंतव्य मांगा है कि कौन-कौन एएसआई एसआई में प्रोन्नति के योग्य हैं और अर्हता को पूरा करते हैं।
उल्लेखनीय है कि सीमित विभागीय परीक्षा के चलते एएसआई की प्रोन्नति रुकी हुई है।
बताया गया कि साल 2016 के बाद किसी भी एएसआई को एसआई रैंक में प्रोन्नति नहीं मिली है। इस पांच साल की अवधि में बिना दारोगा बने ही करीब 250 जमादार सेवानिवृत्त भी हो गए, जबकि करीब 1700 एएसआई को प्रोन्नति का इंतजार है।
ये एएसआइ 35 से 37 वर्ष तक की ड्यूटी पूरी कर चुके हैं। लेकिन प्रोन्नति नहीं होने से दारोगा नहीं बन पा रहे हैं। जबकि दूसरे राज्यों में इनसे जूनियर भी दारोगा बन चुके हैं।
सिपाही-हवलदार से सीधे दारोगा में प्रोन्नति के लिए पूर्व की रघुवर सरकार में वर्ष 2016 में नियमावली में संशोधन कर सीमित विभागीय परीक्षा का प्रावधान शुरू किया गया था।
इस नियमावली के तहत, दारोगा के रिक्त पदों में से 50 प्रतिशत पद पर सीधी बहाली से दारोगा बनाने और शेष 50 प्रतिशत में से 25 प्रतिशत सीमित परीक्षा तथा 25 प्रतिशत सीमित परीक्षा एवं 25 प्रतिशत रिक्त पद पर एएसआइ को प्रोन्नति देकर दारोगा बनाने का प्रविधान किया गया था।
इस नियमावली के पूर्व सीमित परीक्षा का प्र प्रावधान नहीं था। 50 प्रतिशत पद पर एएसआइ ही दारोगा में प्रोन्नत होते थे।