रांची: राजधानी रांची में मारपीट की घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई। लेकिन पुलिस और आसपास के कुछ लोगों की मदद से ये मामला बिगड़ने से बच गया।
यह पूरा मामला डोरंडा इलाके का है। यहां भवानीपुर मैदान के पास शुभम टेंट हाउस का रखा डंडा अचानक कुछ युवक उठाने लगे, तभी उन्हें रोकने की कोशिश की गई।
डंडा उठाने से भवानीपुर महावीर मंडल के अध्यक्ष बजरंग साहू और उनके साथ मौजूद अभिषेक ठाकुर ने उन्हें रोका, तभी डंडा उठा रहे युवक उनसे बक झक करने लगे और मारपीट करने पर उतारू हो गए।
कुछ देर बाद उन्होंने अपने ग्रुप के कई युवकों को बुला लिया।
दर्जनों लोगों को बुलाते ही बजरंग साहू और अभिषेक ठाकुर पर हमला कर दिया। इस हमले में उन्हें चोट भी आई है।
उनका इलाज अस्पताल में करवाया गया है। हालांकि असामाजिक तत्वों द्वारा इस मारपीट की घटना को सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश की गई।
बता दें कि पुलिस इसे महज़ मारपीट का घटना बता रही है।
डोरंडा थाना प्रभारी रमेश कुमार सिंह बताया है कि यहां टेंट हाउस का डंडा उठाने को लेकर विवाद होने पर मारपीट की घटना हुई है।
मारपीट करने वालों की पहचान की जा रही है। बजरंग साहू की तरफ से लगभग 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
डंडों के साथ गुल्ली डंडा खेलेंगे
बता दें कि वहां काम करने वाले युवकों ने बताया की डोरंडा दर्जी मोहल्ले के कुछ युवक टेंट हाउस का बांस उठा रहे थे, तभी उन्हें बांस लेने से मना किया तो वो नहीं माने।
उन्होंने बार-बार मना करने पर भी वो बांस उठा ही रहे थे। बांस उठाने से जब रोका और पूछा की ये बांस क्यों उठा रहे हो तो उन्होंने कहा की गुल्ली डंडा खेलेंगे।
फिर उन्हें मना किया गया तो सभी ने कुछ ही देर में दर्जनों लोगों को बुला लिया और उसके बाद हमला कर दिया।
मारपीट को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश, 150 के खिलाफ FIR
असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए इस मारपीट को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई। हालांकि पुलिस ने इसे महज मारपीट की घटना बताया है।
डोरंडा थाना प्रभारी रमेश कुमार सिंह ने कहा है टेंट हाउस का डंडा उठाने को लेकर विवाद होने पर मारपीट की घटना हुई है। मारपीट करने वालों की पहचान की जा रही है।
बजरंग साहू की ओर से करीब 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट की एफआईआर दर्ज कराई गई है।
हमले में बजरंग साहू और अभिषेक को चोट लगी है। घटना की सूचना मिलने के बाद डोरंडा थाने की पुलिस पहुंची तब तक सभी वहां से भाग चुके थे।
युवकों के बारे में बताया जा रहा है कि वह डोरंडा दर्जी मोहल्ला इलाके से मारपीट करने के लिए आए थे और उसके बाद वो वापस चले गए।