रांची एयरपोर्ट पर कोहरे से निपटने में कारगर नहीं साबित हो रहा ILS, पिछले साल से…

कोहरे (Fog) के असर को रोकने के लिए रांची एयरपोर्ट पर पिछले साल इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम (Instrumental Landing System) (ILS) चालू किया गया था।

Central Desk

Instrumental Landing System in Ranchi: कोहरे (Fog) के असर को रोकने के लिए रांची एयरपोर्ट पर पिछले साल इंस्ट्रूमेंटल लैंडिंग सिस्टम (Instrumental Landing System) (ILS) चालू किया गया था। आज की स्थिति में यह कारगर साबित नहीं हो पा रहा है। यही कारण है कि कोहरे के कारण पिछले सप्ताह कई विमान की Landing और उड़ान भरने के प्रक्रिया को कैंसिल करना पड़ा।
हालांकि, इस System से पहले यहां ILS लगे हुए थे और घने कुहासे के दौर में भी विमानों की लैंडिंग होती रही थी।

विमानों की लैंडिंग के लिए सेंसिटिव जोन बनाने की आवश्यकता होगी

एयरपोर्ट के अधिकारी कहते हैं कि रनवे के दोनों छोर पर ILS लगाने का कोई मतलब नहीं है। एक छोर ही पर्याप्त है। 1200 से कम Visibility होने पर विमानों (Planes) की लैंडिंग के लिए यहां कैट-टू प्रणाली का होना जरूरी है।
रांची एयरपोर्ट के APD आरआर मौर्य का कहना है कि कैट-टू प्रणाली लगाने के लिए हमे अतिरिक्त भूमि चाहिए। जब तक पूरी तरह से अधिग्रहित भूमि हमें मिल नहीं जाती, तब तक कैट-टू प्रणाली नहीं लगायी जा सकती। इसके लिए हमें विमानों की Landing के लिए Sensitive Zone बनाने की आवश्यकता होगी, जो अधिग्रहित भूमि मिलने के बाद ही पूरी होगी।