झारखंड विधानसभा में JPSC के मुद्दे पर भाजपा विधायकों ने किया जमकर हंगामा

News Aroma Media
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रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को जेपीएससी के मुद्दे पर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया।

इस दौरान भाजपा विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। साथ ही भाजपा विधायक रिपोर्टिंग टेबल भी पीटने लगे।

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो भाजपा विधायकों से बार-बार आग्रह करते रहे कि वह आसन पर बैठ जाएं और आसन पर बैठकर ही अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखें ताकि सरकार की ओर से उन्हें उत्तर मिल सके।

स्पीकर के बार-बार आग्रह के बाद भी भाजपा विधायक नहीं माने। स्पीकर के निर्देश पर मार्शलों ने हंगामा कर रहे हैं भाजपा विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को बाहर कर दिया। इससे भाजपा विधायक आक्रोशित हो गए।

इधर, हंगामा होते देख स्पीकर ने लगभग 11:45 बजे सभा की कार्यवाही 12:15 तक के लिए स्थगित कर दी। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई, जेपीएससी के मुद्दे को लेकर भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया।

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सत्र शुरू होते ही विधायक विनोद सिंह ने जेपीएससी मामला उठाया। भाजपा विधायक जेपीएससी अध्यक्ष अमिताभ चौधरी को हटाने की मांग कर रहे थे।

विधायकों के हंगामे पर अध्यक्ष ने कहा कि आप अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। विधानसभा स्पीकर भड़क गए हैं,

उन्होंने कहा है कि ऐसे ही आप लोग सदन चलवाएंगे। विधायकों से कहा आप लोग अपने आचरण में सुधार कीजिए, विरोध कीजिए लेकिन डिस्टर्ब मत कीजिए।

वहीं विपक्ष के हंगामे पर कांग्रेस विधायक दल के उपनेता प्रदीप यादव ने कहा कि भाजपा विधायकों का ऐसा आचरण सही नहीं है। इसी हंगामे के बीच विधायक जय प्रकाश भाई पटेल को मार्शल ने सदन से आउट किया।

भाजपा के विधायकों के हंगामे पर अध्यक्ष ने कहा कि आप अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। ऐसे ही आप लोग सदन चलवाएंगे।

सत्र के दौरान विधायक प्रदीप यादव ने सदन में सवाल उठाया कि झारखंड में प्रतिदिन 2200 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन राज्य अपने संसाधनों से केवल 400 मेगावाट बिजली उत्पादन कर पा रहा है।

पीटीपीएस, एनटीपीसी को हस्तांतरन के शर्तो में एक सिर्फ यह भी था कि एनटीपीसी 500 मेगावाट बिजली पुरानी यूनिवर्सिटी देगी जो अब तक नहीं मिला है।

इससे धीरे-धीरे झारखंड बिजली बोर्ड को बाहर इस तरह से बाहरी स्रोतों से बिजली खरीदी खरीदने से आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है, जिसका खर्च आम जनता भुगत रही है।

इसका उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि झारखंड में स्थापित विद्युत संयंत्र की क्षमता सिकिदिरी जल परियोजना के तहत 2×65 मेगावाट और तेनुघाट ताप विद्युत घर से 2×10 मेगावाट है।

एनटीपीसी झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड, झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड, झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड एवं झारखंड सरकार के बीच हुए संयुक्त उद्यमी समझौते के तहत 19 साथ 2015 से पुराने यूनिट से 115 से 120 मेगावाट बिजली देने का प्रावधान था।

लेकिन पर्यावरण और अन्य कारणों की वजह से पुराने यूनिट का संचालन नहीं हो पाया और उसके एवज में एनटीपीसी द्वारा कोरवा एवं फरक्का तेज तीन से 50 -50 मेगावाट की विद्युत आपूर्ति की जा रही है।

पतरातू में प्रथम चरण में 800 मेगावाट के तीन विद्युत संयंत्र की स्थापना प्रक्रियाधीन है जिसकी पहली यूनिट से 800 मेगा वाट का संचालन 2023-24 में होगा।

जबकि अन्य इकाइयों की स्थापना छह माह के बाद होगा जिसके बाद जनता को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराई जा सकेगी। कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने झारखंड राज्य में कोरोना से हुई मृत्यु के आंकड़े पर सत्र के दूसरे दिन सदन में सवाल उठाया।

उन्होंने सरकार से पूछा है कि जिलावार कितने लोगों की मौत कोरोना हुई है। इस पर मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 के कारण राज्य में अभी तक 5142 लोगों की मौत हुई है।

मंत्री के जवाब पर इरफान अंसारी ने कहा कि आंकड़ा सही नहीं है। इसपर गुप्ता ने कहा कि अगर विधायक के पास ऐसी कोई जानकारी है तो वह उपायुक्त के माध्यम से जांच करवाएं, जो भी आंकड़े सामने आएंगे हम उसे भी शामिल कर देंगे।

उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 से 21 दिसंबर तक चलेगा।

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