रांची: झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC ) की सातवीं और दसवीं पीटी परीक्षा रद्द करने और जेपीएससी में हो रहे घोटाले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग पर जेपीएससी अभ्यर्थियों ने मंगलवार को राजभवन से हरमू मुक्तिधाम तक जेपीएससी की शव यात्रा निकालने की कोशिश की लेकिन पुलिस प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी।
इस दौरान राजभवन के समक्ष काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। मौके पर तैनात पुलिस बल और अधिकारियों ने अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया कि वो जेपीएससी की शव यात्रा ना निकालें।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे देवेंद्र कुमार ने कहा कि जेपीएससी के रखवाले ने ही इसकी हत्या कर दी है। जेपीएससी आज किसी तरह का काम करने में अक्षम है।
इसलिए छात्रों की तरफ से जेपीएससी की शव यात्रा निकाली जा रही है। आक्रोशित अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रशासन जितना भी रोक लगाए लेकिन जेपीएससी का शव जलाया जाएगा और आयोग का अंतिम संस्कार भी किया जाएगा।
आक्रोशित अभ्यर्थियों को पुलिस बल ने राजभवन से हरमू मुक्तिधाम तक शव यात्रा नहीं निकालने दिया। इसके बाद आक्रोशित अभ्यर्थियों ने राजभवन के सामने ही जेपीएससी के शव को अग्नि के हवाले किया और दाह संस्कार के सभी नियमों का पालन कर जेपीएससी का अंतिम संस्कार किया।
इस दौरान आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों ने राजभवन के सामने जमकर नारेबाजी भी की।
इस मौके पर मनोज कुमार ने कहा कि पहला जेपीएससी परीक्षा से लेकर अब तक जितना भी जेपीएससी का परीक्षा हुआ है। परीक्षा में सभी पैरवी पुत्र पास होते हैं।
जेपीएससी में पॉलिटिकल अड्डा बना हुआ है, वहां सेटिंग कटिंग जोड़ों पर होता है। उन्होंने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर कई अभ्यर्थी मौजूद थे।