रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन बुधवार को भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक अनन्त ओझा ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का मुद्दा उठाया।
भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता नमाज कक्ष के मुद्दे पर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन जगन्नाथपुर मन्दिर के पास भाजपा कार्यकर्ताओं पर सरकार ने लाठीचार्ज करा दी।
नीलकंठ सिंह ने कहा कि यह सरकार लोकतंत्र की आवाज को दबा रही है।
जब लोकतंत्र खतरे में रहेगा तब भाजपा कार्यकर्ता संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए गोली और लाठी खाने को तैयार है। मुख्यमंत्री जवाब दें कि लोकतंत्र बचेगा कि नहीं।
इसके बाद भाजपा के सभी विधायक नारेबाजी करते हुए वेल तक पहुंचे गये।
भाजपा विधायक भानु प्रताप रिपोर्टिंग टेबल पर चढ़कर हंगामा करने लगे रहे थे, जबकि अमर बावरी ने कागज फाड़कर सदन में उड़ाया और नारेबाजी की।
सभी विधायक झारखंड सरकार होश में आओ और तानाशाही नहीं चलेगी के नारे भी लगाए।
दूसरी ओर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, बंधु तिर्की, उमाशंकर अकेला भी वेल तक पहुंचे।
सभी भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। बंधु तिर्की और भानु प्रताप शाही के बीच तीखी बहस हुई।
इसी हंगामे के बीच झारखंड राज्य के निजी क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवारों को नियोजन विधेयक 2021, झारखंड नगर पालिका संशोधन विधेयक 2021 और झारखंड माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2021 पारित हो गई ।