रांची: पूर्व मध्य रेलवे (हाजीपुर) के रांची स्थित परियोजना पद पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल के उप-मुख्य सुरक्षा आयुक्त मो शाकिब के आवास (गेस्ट हाउस) पर काम करने वाली नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में नया मोड़ आया है।
रविवार को नाबालिग के बयान पर चुटिया थाना में पोक्सो, जेजे एक्ट, बाल श्रम अधिनियम, आइटी एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
नाबालिग ने जो बयान दिया है, वह चौंकाने वाला है। नाबालिग ने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी बयान दिया है कि मैडम के भाई पुलिस कमिश्नर हैं।
जब पुलिस और सीडब्ल्यूसी के लोग उसे लेकर गेस्ट हाउस से ले जा रहे थे, तब मैडम ने कहा था कि किसी को कुछ बतायी, तो पूरे परिवार को जेल भिजवा देंगे।
वह अपनी मां को जेल जाते नहीं देख सकती। उसका एक छोटा भाई भी है। पीड़िता ने कहा कि वह पढ़ना चाहती है। सेल्टर होम में उसे अच्छा लग रहा है।
अपने बयान में नाबालिग ने कहा है कि साहब (मो शाकिब) की मैडम (पत्नी) का बर्ताव उसके प्रति अच्छा नहीं था।
वह बात-बात पर उसे पिटती और डांटती थी। देर रात उठाकर तेल मालिश करवाती थी। ठीक से खाना भी नहीं देती थी।
उसे जूठा खाने को कहा जाता था। उसने कहा है कि मैडम अपने पति से हमेशा झगड़ा करती थी और उन पर हाथ भी उठाती थी।
जब साहब उसका पक्ष लेते थे, तो कहती थी जाओ उसी से शादी कर लो।
नाबालिग ने बयान में कहा है कि एक बार साहब के यहां सब्जी व सामान लानेवाला पुलिस का जवान शंभु कुमार ठाकुर ने कपड़ा बदलते समय उसे बगैर कपड़ा में देख लिया था और वीडियो बना लिया था।
इसके बाद फेसबुक पर वीडियो डालने की धमकी देता था।
वह गंदा इशारे कर पास बुलाता था। जो अच्छा नहीं लगता था। नाबालिग ने कहा कि वह उसके हाथ से बना चाय भी नहीं पीती थी।
शंभु के इस हरकत की शिकायत जब साहब से की, तब उन्होंने वीडियो डिलीट करा दिया था।