रांची: राज्य में कांग्रेस, झामुमो और राजद गठबंधन की सरकार के 29 दिसम्बर को दो वर्ष पूरे हो रहे हैं।
इस दौरान झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों को जनता को बता रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने प्रेसवार्ता में सरकार की उपलब्धियां गिनाई।
उन्होंने कहा कि जब हमें सत्ता मिली तो खजाना खाली था। बाद में हमारे वित्त मंत्री की सही राजस्व संग्रह नीति की वजह से मामला पटरी पर आया।
उस समय कोरोना संक्रमण से देश ही नहीं पूरी दुनिया आंक्रांत थी।कांग्रेस के सहयोग से चलने वाली महागठबंधन की सरकार ने इस चुनौती को भी अवसर के रूप में लिया।
सरकार की पहल पर सबसे पहले विमान से बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों को मंगवाया। बाहर फंसे मजदूरों को बुलवाने, उनके खाने के लिए दीदी किचन, रोजगार उपलब्ध कराने के मोर्चे पर कांग्रेस द्वारा लागू किये गए मनरेगा एवं अन्य योजनाओं के सहयोग बड़ी कामयाबी हासिल की।
उन्होंने कहा कि मनरेगा की दैनिक मजदूरी को 198 से बढ़ाकर 225 रुपये करने काम किया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में न सिर्फ आधारभूत सुविधाएं खड़ी की, बल्कि फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स के अदम्य साहस और मेहनत के बदौलत देश के अन्य राज्यों के तुलना में कोविड का बेहतर प्रबंधन किया।
बाहर जाने वाले कामगारों की सुरक्षा के लिए निबंधन- एसआरएमआइ कार्यक्रम की शुरुआत की। लंबे समय से संघर्षरत पारा शिक्षकों के लिए सर्वमान्य रास्ता निकाला।
अल्पसंख्यक शिक्षकों के संदर्भ में साहसिक फैसले किये। किसानों के लिए झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना को लागू कर किसान के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश की।
इसके तहत तीन लाख 34 हजार किसानों की ऋण माफी की जा चुकी है और अभी तक 12 सौ करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
कुल नौ लाख दो हजार 63 लोगों का ऋण माफी करने की योजना है। लोकतंत्र पर भीड़तंत्र हावी न हो और सभी धर्म सम्प्रदाय के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मॉब लिंचिंग रोकने के लिए झारखंड भीड़ हिंसा एवं भीड़ लिंचिंग निवारण कानून बनवाया।
बहुप्रतीक्षित सरना कोड का प्रस्ताव विधानसभा से पास करवा कर भेजा। लाल-पीला कार्ड की सीमा हटा सामाजिक सुरक्षा के तहत सब के लिए यूनिवर्सल पेंशन योजना, गरीबों के लिए सोना सोबरन धोती साड़ी योजना शुरू की।
देश में पहली बार उच्च तकनीकी शिक्षा के लिए आदिवासी समाज के युवाओं को सरकारी खर्च पर मरांग गोमके योजना के तहत विदेश अध्ययन के लिए भेजा।
देश के दूसरे और झारखंड के पहले ट्राइवल यूनिवर्सिटी को मंजूरी दी। इसके अलावा उन्होंने सरकार की कई अन्य उपलब्धियां गिनाई।
पत्रकार वार्ता में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, राकेश सिन्हा, डॉ राकेश किरण महतो, डॉ एम तौसीफ एवं ईश्वर आनंद उपस्थित थे।