रांची: राजधानी रांची में नववर्ष के पहले दिन शनिवार को रांची के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। खासकर पहाड़ी मंदिर में भक्तों की अत्यधिक भीड़ देखी गई।
लोगों की आस्था ऐसी की 400 सीढ़ियां भी लोग आराम से चढ़ते दिखे। करीब साढ़े तीन सौ फीट की ऊंचाई से राजधानी रांची का नजारा लोगों को आकर्षित करता है।
लोग सुबह से ही कतारबद्ध होकर पहाड़ी मंदिर में पूजा करने पहुंचने लगे थे। शाम होते ही जगमग लाइट्स के बीच भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने पहुंचते दिखे।
इसके अलावा राजधानी रांची के काली मंदिर, हनुमान मंदिर, दुर्गा मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी भक्तों की भीड़ लगी रही।
उल्लेखनीय है कि पहाड़ी मंदिर का प्राचीन नाम तिरिबुरु था। अंग्रेजी शासन के दौरान इसका नाम हैंगिंग गैरी हुआ।
पहाड़ी मंदिर स्वतंत्रता पूर्व फांसी टोंगरी के नाम से भी जाना जाता था। दरअसल, यहां अंग्रेज क्रांतिकारियों को फांसी दिया करते थे।
स्वतंत्रता सेनानी कृष्ण चंद्र दास ने आजादी के बाद यहां पहली बार तिरंगा फहराया था। इसके बाद यहां हर साल स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराया जाता है।
दूसरी ओर रांची के अन्य पिकनिक स्पॉट पर लोगों की भीड़ देखी गई। इस दौरान पुलिस की ओर से मंदिर परिसर और पिकनिक स्पॉट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।