रांची: झारखंड के स्वास्थ्य सचिव कमल किशोर सोन की अध्यक्षता में कोविड-19 की समीक्षात्मक बैठक बुधवार को आयोजित की गई।
बैठक के दौरान कोविड टेस्टिंग, वैक्सीनशन, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, बेड की आवश्यकता सम्बन्धी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान सचिव ने बताया कि जिन लोगों के कोविड रिपोर्ट पॉज़िटिव आ रहे हैं, उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करने के बाद सभी संबंधित लोगों की टेस्टिंग अवश्य करवाएं।
कोविड पॉज़िटिव लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने का निदेश दिया।
सचिव ने कहा कि वैक्सीनशन के माध्यम से ही हम कोरोना को पूर्ण रूप से मात दे सकते हैं।
इसीलिए कोविड अनुरूप उचित व्यवहार के साथ साथ वैक्सीन लगवाना अति महत्वपूर्ण है।
कोविड केअर सेन्टर में बेड की आवश्यकता अनुसार पर्याप्त तैयारी की पूर्ण जानकारी ली गई।
एसिम्प्टोमैटिक, माइल्ड, को मॉर्बिड और सीरियस (गंभीर) कोविड मरीजों को आवश्यकतानुसार प्राथमिकता के आधार पर अस्पतालों में भर्ती करने का निदेश दिया गया।
कोविड टेस्टिंग के लिए सैंपल कलेक्शन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर कोविड टेस्टिंग करने का निदेश दिया गया। सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था बहाल करने के लिए विस्तृत आदेश जारी करने का निदेश दिया गया।
सचिव ने कहा कि ज़िन क्षेत्रों में ज्यादा पॉज़िटिव केस आए हैं, उन क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनशन करवाना आवश्यक है, ताकि कोरोना के बढ़ते प्रकोप की रोका जा सके।
मौके पर निदेशक एनएचएम रविशंकर शुक्ला ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा कोविड टेस्टिंग (ट्रूनेट, आरटीपीसीआर, रैट) की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की पुख्ता व्यवस्था, ऑक्सिजन बेड की व्यवस्था इत्यादि की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।