रांची: चारा घोटाला के सबसे बड़े आरसी-47ए-96 मामले में मंगलवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश सुधांशु कुमार शशि की अदालत में बहस हुई।
मामले में डोरंडा के तत्कालीन ट्रेजरी क्लर्क रामसेवक साहू, दीनानाथ सहाय और एनाउल हक की ओर से बहस हुई।
तीनों ने कहा कि पशुपालन विभाग के जो भी बिल आये थे, उन्हें विधिवत तरीके से ही प्रोसेस और स्कूटनी किए थे। तीनों ने कहा कि मामले में वह निर्दोष है।
बहस के दौरान सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह भी उपस्थित थे। यह मामला चारा घोटाला (आरसी-47 ए / 96) डोरंडा कोषागार से 139. 35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी का है।
इस मामले में लालू सहित कई राजनीतिज्ञ, सचिव स्तर के पूर्व अधिकारी, डॉक्टर और आपूर्तिकर्ता सहित 110 आरोपियों की ओर से बहस चल रही है। में बुधवार को भी बहस जारी रहेगी।