रांची: झारखंडी भाषा संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की।
साथ ही उनसे धनबाद एवं बोकारो जिले में शामिल क्षेत्रीय भाषा भोजपुरी और मगही को वापस लेने की मांग की।
इस अवसर पर संघ के सदस्य विकास कुमार महतो, सोहराय हांसदा एवं अरविंद सिंह राजपूत ने राज्यपाल से कहा कि झारखंड में पूर्व स्थानीय मूलवासियों-आदिवासियों की मातृभाषा जो क्षेत्र में बोलचाल एवं प्रचलित भाषा है,
उस क्षेत्रीय भाषा के अलावे क्षेत्रीय भाषा भोजपुरी एवं मगही को विगत दिन कार्मिक विभाग की अधिसूचना से झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा प्रतियोगिता परीक्षा पत्र भाग-दो में जिलावार विशेष कर धनबाद और बोकारो में शामिल किया गया है।
इस निर्णय से पूरे क्षेत्र में आक्रोश है। ऐसे में सरकार को युवाओं की भावना को समझते हुए तत्काल इन दोनों जिलों से भोजपुरी एवं मगही भाषा को वापस लेना चाहिए।