रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवे और आखिरी दिन गुरुवार को झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी ने स्पीकर से विधायक निधि को आठ करोड़ रुपये करने की मांग की।
इस पर भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि महंगाई बढ़ गई है। जीएसटी भी लग गया है। इसे या तो आठ करोड़ कर दिया जाए या बंद कर दिया जाए।
इस पर स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम से बात करेंगे।
दूसरी ओर नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करने को लेकर सदन में झामुमो विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष एक प्रस्ताव रखा।
अपनी बात रखते हुए सरफराज अहमद ने कहा कि जब झारखंड बना था तो राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी ऐसे ही कक्ष का आवंटन किया था।
उसी परंपरा का निर्वहन इस बार भी हुआ है लेकिन इस बात को काटते हुए बाबूलाल मरांडी ने सरफराज अहमद को कहा कि उन्हें जानकारी का अभाव है। उनके कार्यकाल में ऐसे किसी कक्ष का आवंटन नहीं हुआ है।
सरफराज ने स्पीकर से मांग की है कि वे एक कमेटी बना दें। कमेटी देखे कि नमाज के लिए कक्ष आवंटित करने की आवश्यकता है या नहीं।
इस पर भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि यह आवाज सरफराज अहमद की है लेकिन यह दबाव भारतीय जनता पार्टी का है। सरफराज अहमद के प्रस्ताव का विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने समर्थन किया।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने यह घोषणा की कि वह सदन के द्वितीय पाली में कमेटी बनाने की घोषणा करेंगे और वे तय करेंगे कि कमेटी एक नियत तिथि को रिपोर्ट सदन को सौंपे।
बाद स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने सभा की कार्यवाही दिन के दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।