रांची: राष्ट्रीय आदिवासी इंडीजीनस धर्म समन्वय समिति के मुख्य संयोजक अरविंद उरांव ने कहा कि सरना धर्म कोड को लेकर 23 फरवरी को एकबार फिर दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना-प्रदर्शन किया जायेगा।
इस प्रदर्शन में सभी राज्यों के आदिवासी शामिल होंगे। अरविंद उरांव शुक्रवार को नगड़ाटोली के सरना भवन सभागार में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आदिवासी इंडीजीनस धर्म समन्वय समिति भारत देश के सभी 800 जनजातियों का समूह है,
जिन्होंने अपने अथक प्रयास से देश के सभी जनजातियों को अपनी पहचान की मांगों को लेकर एकमत किया।
साथ ही अंडमान निकोबार दीप समूह में देश के सभी जनजातियों का समन्वय भी स्थापित किया।
रामेश्वर उरांव ने कहा कि केंद्र सरकार और रजिस्ट्रार ऑफ जनरल हर बार इस बात को लेकर टालमटोल करती रहे हैं।
केंद्र का कहना है कि देश के सभी राज्यों से आदिवासियों की अलग-अलग धर्म कॉलम की मांगे हो रही है, जिसमें अब तक 83 तरह की मांग पत्र दी गई थी और एक ही समुदाय के लिए अलग-अलग धर्म कॉलम देना संभव नहीं।
इस अवसर पर वासुदेव भगत, चंदन हलघर पाहन, बाबू लाल, उमेश पाहन आदि उपस्थित थे।