रांची: भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में मौजूदा सरकार कमजोर और अक्षम है। देश में सबसे कमजोर सरकार झारखंड में है। हेमंत सरकार जैसी सरकार न पहले हुई है और न आने वाले समय में होगी।
इस सरकार ने जनता से हर साल पांच लाख नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, गरीब बहनों को हर महीने 2000 रुपये चूल्हा खर्च और बुजुर्गों एवं महिलाओं को 2500 रुपये पेंशन देने का वादा किया था, लेकिन दिया कुछ नहीं। उल्टे 13,000 लोगों की नौकरी छीन ली। रघुवर दास सोमवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए, आरोपों की झड़ी लगाई है। उन्होंने आदिवासी हितों को लेकर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
राज्य सरकार पर झारखंड की संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। दास ने मौजूदा सरकार को कमजोर सरकार बताया और कहा कि कमजोर लीडरशिप हो, तो विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
झारखंड में एक परिवार की सरकार चल रही है और इस परिवार के संरक्षण में सिंडीकेट और बिचौलिए हावी हैं। राज्य में कभी ऐसी सरकार न बनीं थी, न भविष्य में बनेगी।
उच्च न्यायालय की हालिया टिप्पणी यह बताने के लिए काफी हैं कि राज्य सरकार कैसा काम कर रही है। संताल से चाईबासा तक पत्थर, आयरन ओर, बालू के साथ ही जंगल की अंधाधुंध कटाई हो रही है। यह भी कहा कि 14 जनवरी के बाद वे इस संदर्भ में बड़ा खुलासा करेंगे।
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार में मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्री अपरिपक्व हैं। उन्होंने नियोजन नीति और रोजगार के मसले पर सरकार को घेरते हुए कहा कि हमारी साकार ने नियोजन नीति बनाई थी।
उस नियोजन नीति के तहत अगले दस वर्ष तक झारखंड के स्थानीय लोगों को थर्ड और फोर्थ ग्रेड में नौकरी देने का प्रविधान किया गया था।
इसके तहत हमारी सरकार में एक लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गई। उन्होंने कहा कि आज झारखंड की जनता जानना चाहती है कि दो वर्ष में कितनों को नौकरी दी।
दास ने आरोप लगाया कि इस झारखंड सरकार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नहीं, बल्कि सिंडीकेट, कमीशनखोर और कट-मनी वाले चला रहे हैं। नीतियां भी वही लोग बना रहे हैं।
राज्य में सीएनटी और एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर जमीन बांटी जा रही है, ताकि यहां विदेशियों का अड्डा बने। भाजपा सभी धर्म का सम्मान करती है।
लेकिन लोभ-लालच के नाम पर अगर कोई धर्मांतरित करेगा तो भाजपा उसका डटकर विरोध करेगी। भगवान बिरसा मुंडा की संस्कृति को नष्ट करने वालों का भाजपा विरोध करेगी।
उन्होंने आदिवासियों को चेताते हुए कहा कि यदि वे अभी नहीं चेते तो आने वाले समय में सरना धर्म मानने वालों की संख्या नगण्य हो जाएगी। उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासी बच्चियों से बांग्लोदशी शादी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस दोमुही राजनीति करती है। कैबिनेट में भोजपुरी-मगही का समर्थन करती है और बाहर विरोध।
मुख्यमंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे कहते हैं कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में आठ-आठ माह से लंबित मामले निपटाए गए।
मुख्यमंत्री बताएं कि आठ माह मामले लंबित क्यों रहे। इसके लिए कौन जिम्मेदार है। लेकिन यह जवाब नहीं दे पाएंगे। क्योंकि इन्हें तो कमीशन और वोट बैंक की राजनीति करनी है। समाज को बांटो और राज करो ही इनकी नीति है।