रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मानव तस्करी के आरोपी पन्नालाल महतो को पांच दिन के रिमांड पर लिया है। ईडी के विशेष न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की अदालत ने रिमांड की मंजूरी दी।
पन्नालाल से ईडी के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। वह खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र के गनालोया गांव का रहनेवाला है। उसपर 15 साल में झारखंड की लड़कियों का सौदा कर 80 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप है।
पन्नालाल के खिलाफ झारखंड पुलिस के अलावा एनआईए भी केस दर्ज कर जांच कर रही है। एक साल पहले ही ईडी ने मनी लाउंड्रिंग एक्ट में केस दर्ज कर पन्ना लाल महतो के खिलाफ अनुसंधान शुरू किया था।
एनआईए ने इसी साल फरवरी में पन्ना लाल महतो के भाई शिव शंकर गंझू उर्फ शिवशंकर महतो उर्फ शंकर को भी गिरफ्तार किया था।
शिवशंकर गंझू दो प्लेसमेंट एजेंसी का संचालक था, जिनमें एक एजेंसी मेसर्स लक्ष्मी प्लेसमेंट सर्विस और दूसरी बिरसा सिक्यूरिटी एंड प्लेसमेंट एजेंसी है।
उसे पन्ना लाल महतो ही संचालित करता था। अब रिमांड पर लेकर ईडी पन्नालाल के नेटवर्क की जानकारी हासिल करेगा, ताकि उसकी संपत्ति चिह्नित कर उसे विधिवत जब्त किया जा सके।
जांच में अब तक पन्नालाल की कई संपत्तियों का पता चला है। इनमें खूंटी टोली माहिल रोड में 1.27 एकड़, फूदी में 2.54 एकड़, अरगोड़ा बस्ती में 35 डिसमिल, अरगोड़ा-पुंदाग रोड पर 80 डिसमिल, अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी में 1237 वर्गफीट, रांची-खूंटी पथ पर
हुटार में 5.12 एकड़, दिल्ली में 50 गज जमीन, छह बैंकों में खाते, फॉर्च्युनर और आई-10 कार भी शामिल हैं।उल्लेखनीय है कि पन्नालाल महतो को खूंटी के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) थाना में 19 जुलाई 2019 को दर्ज एक केस में गिरफ्तार किया गया था।
इस केस को टेकओवर करते हुए एनआईए ने चार मार्च 2020 को प्राथमिकी दर्ज की।अनुसंधान के दौरान एनआईए को जानकारी मिली कि आरोपी पन्नालाल महतो और उसकी पत्नी सुनीता देवी दिल्ली में तीन प्लेसमेंट एजेंसी से बड़े पैमाने पर मानव तस्करी कर रहे हैं।
आरोपी झारखंड से गरीब और मजबूर बच्चे-बच्चियों को नौकरी दिलाने के नाम पर तस्करी करते हैं और दिल्ली तथा आस-पास के राज्यों में उनका सौदा कर देते हैं।
पन्नालाल महतो झारखंड, ओड़िशा के सुदूरवर्ती इलाकों की लड़कियों का स्वयं और दलालों के माध्यम से मुंबई, पंजाब, हरियाणा, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, चंडीगढ़, जयपुर, लखनऊ, कानपुर, पटना, बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद, गोवा तथा देश के बाहर भी घरेलू काम, बंधुआ मजदूरी, कारखाना में मजदूरी एवं देह व्यापार के लिए बेच देता था।