रांची : एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजधानी रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट, जेलर (Birsa Munda Central Jail Superintendent, Jailer) और बड़ा समन भेजा है।
जेल के बड़ा बाबू दानिश को 7 नवंबर, जेलर नसीम को 8 नवंबर ओर सुपरिंटेंडेंट हामिद अख़्तर (Superintendent Hamid Akhtar) को 9 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। गौरतलाप है की झारखंड में जमीन और खनन घोटाला मामले की उड़ी जांच कर रही है और इस मामले में कई आरोपी जेल में हैं।
स्पेशल कोर्ट से ED ने लिया था आदेश
ज्ञात हो कि तीन दिन पहले ED की टीम ने जेल में करीब चार घंटे तक छापेमारी की थी। इसके पहले PMLA कोर्ट में आवेदन देकर सेट्रल जेल में जांच को लेकर अनुमति मांगी गई थी।
फिर जांच की गई। PMLA कोर्ट से आदेश मिलने के बाद ED के अधिकारी सेंट्रल जेल पहुंचकर जांच की। पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश एंड कंपनी ED के अधिकारियों को फर्जी मुकदमें में फंसाने की साजिश रच रहे थे। जेल में बंद मनी लॉड्रिग के आरोपी दो महिला को केस दर्ज कराने के लिए तैयार किया गया था।
साजिश में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका
इसके अलावा नक्सली से भी संपर्क किया गया था नक्सली के अलावा राज्य के गैंगस्टर से भी ईडी के अधिकारियों को क्षति पहुंचने की योजना थी। इस बीच इसकी भनक ईडी को लग गई थी।
इस साजिश में अवैध खनन और जमीन घोटाले (Illegal mining and land scams) में शामिल प्रेम प्रकाश, अमित अग्रवाल समेत कई दूसरे कैदियों की भूमिका सामने आई है।