रांची: झारखंड में झामुमो-कांग्रेस महागठबंधन की हेमंत सोरेन सरकार गिराने की साजिश में शामिल गिरफ्तार अभिषेक कुमार दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद के पास से बरामद मोबाइल और अन्य डिवाइसों की फोरेंसिक जांच कोलकाता और अहमदाबाद की लैब में की जाएगी। रांची सिविल कोर्ट ने रांची पुलिस को इसकी अनुमति दे दी है।
उल्लेखनीय है कि ये तीनों आरोपी अब भी रांची पुलिस की गिरफ्त में हैं। इसके बावजूद रांची पुलिस अभी तक मामले के तह तक नहीं पहुंच पायी है।
ऐसे में रांची पुलिस ने आरोपितों के पास से बरामद मोबाइल और अन्य डिवाइस की फोरेंसिक जांच की अनुमति रांची सिविल कोर्ट से मांगी थी, जिसके बाद कोर्ट ने यह अनुमति दी है।
सरकार के खिलाफ साजिश रचने की जानकारी के बाद बड़े होटलों में स्पेशल ब्रांच की टीम ने छापेमारी की थी, जहां से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है।
रांची के कोतवाली थाना में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी।
आईपीसी की धारा 419,420 124a,120 b, 34 और पीआर एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
आरोपों के मुताबिक झारखंड की मौजूदा हेमंत सोरेन की सरकार के खिलाफ कुछ लोग काम कर रहे थे। सूचना के बाद पुलिस टीम ने बड़े होटलों में छापेमारी की थी।
इसके बाद तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था। तीनों आरोपित 24 जुलाई से न्यायिक हिरासत में है।
राज्य की मौजदा सरकार के खिलाफ साजिश करने का आरोप अमित सिंह, अभिषेक दुबे और निवारण प्रसाद महतो पर लगा है। एसीबी कोर्ट द्वारा तीनों आरोपितों को जमानत देने से इनकार किया जा चुका है।