रांची: COVID-19 के खिलाफ जंग में वैक्सीनेशन काफी कारगार है। महामारी की दूसरी लहर काफी भयावह रही। वर्तमान में चल रही तीसरी लहर का प्रकोप दूसरी से कम देखा जा सकता है।
इसका एक कारण वैक्सीनेशन को भी माना जा रहा है। जहां 18 प्लस की एक बड़ी आबादी का वैक्सीनेशन हुआ है।
बीते तीन जनवरी से 15-18 प्लस के किशोरों का भी वैक्सीनेशन शुरू हुआ है।
रांची जिले में इसकी शुरुआत तो काफी अच्छी हुई, पर वैक्सीन वायल में इसके एक्सपायर होने की सूचना से लोगों के बीच डर का मौहाल बन गया। इस पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने इसे एक भ्रम पैदा करने वाली बात कही है।
जानकारी के अनुसार बच्चों को लगने वाली को-वैक्सीन में एक्सपायरी डेट गलती से छह महीने पहले की ही तिथि से प्रकाशित कर दी गयी थी।
असल में वैक्सीन छह महीने बाद एक्सपायर होने वाली है। लोगों को बीच फैले इस संदेह को दूर करने के लिए असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सिविल सर्जन) विनोद कुमार ने सभी प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटलों में वैक्सीन वायल पर लगी एक्पायरी डेट को सही करने का निर्देश दिया है।
ताकि भ्रम को दूर किया जा सके। उन्होंने पत्र जारी कर निर्देश देते हुए बताया कि भारत सरकार के डायरेक्टरेट जेनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज ने कोविड वैक्सीन की एक्सपायरी डेट को छह माह बढ़ा दिया है।
इसी के तहत हॉस्पिटलों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने सूचना पट्ट और वायल पर संशोधित तिथि दर्ज कर जारी करें।