रांची: शुक्रवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा (Madhu Koda) और उनके सहयोगी रहे विनोद सिन्हा से जुड़े राजीव गांधी विद्युत परियोजना घोटाला मामले (Power Project Scam Cases) में CBI की विशेष अदालत में सुनवाई हुई।
CCBI की ओर से हीरा लाल महतो (Hira Lal Mahto) को गवाह के रूप में पेश किया गया। बयान दर्ज किया गया। बचाव पक्ष यानी मधु कोड़ा की ओर से गवाह का क्रॉस एग्जामिनेशन भी किया गया।
मधु कोड़ा पर 11.40 करोड़ घूस लेने का आरोप
बता दें कि यह मामला साल 2010 का है, जिस समय मधु कोड़ा राज्य के मुख्यमंत्री थे। आरोप यह है कि मुख्यमंत्री रहते हुए पद का दुरुपयोग कर हैदराबाद की बिजली कंपनी IVRCL से उन्होंने 11.40 करोड़ रुपये की घूस ली थी।
इसके बदले कंपनी को लातेहार, गढ़वा और पलामू समेत अन्य छह जिलों में ग्रामीण विद्युतीकरण (Rural Electrification) करने का टेंडर दिया गया था। इस मामले में कोड़ा ढाई साल तक जेल में थे। उन्हें 30 जुलाई 2013 को नई जमानत मिली थी। तब से यह केस चल रहा है।