रांची: चारा घोटाले के आरसी- 48 ए/ 96 मामले में गुरुवार को सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश विशाल श्रीवास्तव की अदालत में आरोपियों का बयान दर्ज किया गया।
गुरुवार को पशुपालन के संयुक्त निदेशक योजना डॉ. केएम प्रसाद का बयान दर्ज हुआ। मामला डाेरंडा कोषागार से 36.89 करोड़ की अवैध निकासी से जुड़ा हुआ है।
मामले में 20 नवंबर से सुनवाई शुरू हुई है। यह जानकारी विशेष लोक अभियोजक रविशंकर ने दी।
दूसरी ओर चारा घोटाले के आरसी- 47 ए/ 96 मामले में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत में सुनवाई हुई।
इसमें वेटनरी डॉक्टर बिरसा उरांव की ओर से बहस पूरी हुई। यह मामला बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से जुड़ा हुआ है और चारा घोटाले का सबसे बड़ा मामला है।
मामला डाेरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये अवैध निकासी का है। चारा घोटाले का आरसी- 47ए/96 मामले में 110 आरोपी थे।
जिसमें से दो ब्यूरोक्रेट तात्कालीन वित्त आयुक्त फुलचंद सिंह और वित्त सचिव महेश प्रसाद तथा पूर्व राज्यमंत्री विद्या सागर निषाद का निधन हो चुका है।