रांची: राज्य के पूर्व मंत्री और भाजपा से सारठ विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि हेमंत सरकार किसानों के कल्याण के नाम पर पूरी तरह फेल है।
पिछले दो वर्षों में किसानों के हित में सरकार ने एक भी काम नहीं किया है। रणधीर सिंह गुरुवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कृषि यांत्रिकीकरण योजना के तहत 75 करोड़ रुपये तय किये। इसमें भी एक प्रतिशत तक नहीं खर्च हुआ।
ओफाज योजना के जरिए राज्य में ऑर्गेनिक कृषि को प्रोत्साहित करने की योजना है। रघुवर सरकार में सिक्किम, इजरायल के दौरे पर किसानों को भेजा गया था।
150 करोड़ रुपये सरकार ने इस योजना के लिए रखे हैं जिसमें से 34 लाख रुपये ही खर्च कर सकी है। उन्होंने कृषि, पशुपालन विषय पर राज्य सरकार को नकारा भी बताया।
उन्होंने कहा कि शोध प्रशिक्षण के लिये 52 करोड़ रुपये रखे गये हैं। पर इसमें से एक रुपया भी बिरसा एग्रीकल्चर और अन्य को रिलीज नहीं किया गया है।
बिरसा ग्राम विकास योजना के तहत 61 करोड़ में से खर्च शून्य है। इसी तरह केंद्र से राष्ट्रीय बागवानी मिशन, पीए कृषि सिंचाई योजना और अन्य योजनाओं पर व्य्य के मामले में रिकॉर्ड खराब है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 तक (31 दिसंबर, 2019) कृषि विभाग के निर्धारित बजट का 40 फीसदी से अधिक खर्च हुआ।
पर 31-12-20 में यह 4.20 प्रतिशत और 31 दिसंबर, 2021 तक 38.64 प्रतिशत ही खर्च हो सका। मतलब 40 फीसदी राशि भी जारी वित्तीय वर्ष में व्यय नहीं किया जा सका है।
उन्होंने कहा कि बीज वितरण के लिए हेमंत सरकार ने 25 करोड़ का बजट रखा। इसमें से 3.30 करोड़ का ही उपयोग हो पाया है।
बंजर भूमि राइस तालाब जीर्णोद्धार योजना के लिए 210 करोड़ में से एक रुपये भी खर्च नहीं किया जा सका है।
इसी तरह तालाब पुनरोद्धार योजनाओं पर 360 करोड़ का बजट तय किया जिसमें से एक प्रतिशत भी व्यय नहीं हुआ है। इससे किसानों के सामने सिंचाई सुविधाओं का संकट बना हुआ है।
प्रेसवार्ता में भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक मौजूद थे।