रांची: हॉस्टल (Hostel) में रहने वाले छात्रों को अब घर से चावल-दाल नहीं लानी होगी। क्योंकि अब आपके खाने-पीने और रहने के साथ पढ़ाई का खर्च सरकार उठाएगी।
यह सौगात सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने करम पर्व के मौके पर आदिवासी व वंचित समुदाय के विद्यार्थियों (Students from Tribal and Deprived Communities) को दी।
वे सोमवार को Women’s College में आदिवासी बालक-बालिका छात्रावास (Tribal Boys and Girls Hostel) में आयोजित करम महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
CM के साथ उनके दोनों पुत्र भी थे। करमदेव की पारंपरिक पूजा के बाद CM ने अखड़ा में नृत्य भी किया। छात्राओं के साथ शेल्फी भी ली।
निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई
अपने संबोधन में हेमंत ने कहा कि कल्याण विभाग (Welfare department) के जितने भी छात्रावास हैं, सभी का जीर्णोद्धार होगा। वीमेंस कॉलेज में एक छात्रावास तैयार किया गया है ।
आदिम जनजाति बच्चों के लिए प्रतियोगी परीक्षा के लिए निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई है। वहीं, मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की और पूर्व विधायक सह भाजपा नेत्री गंगोत्री कुजूर (BJP leader Gangotri Kujur) ने भी करमा के संदेश के साथ आगे बढ़ने की बात कही।