रांचीः झारखंड में 6ठी से 8वीं तक की ऑफलाइन क्लासेज 24 सितंबर से शुरू हो जाएंगी।
इससे पहले स्कूलों की साफ-सफाई के लिए तीन दिनों का समय मिलेगा।
इस दौरान करीब 18 महीनों से बंद स्कूल कैंपस की साफ-सफाई और सेनेटाइजेशन का काम किया जाएगा।
इस संबंध में शिक्षा विभाग के सचिव राजेश शर्मा की अध्यक्षता में बैठक के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद दिशा.निर्देश जारी होगा।
डेढ़ साल से बंद हैं स्कूल
बता दें कि आपदा प्रबंधन विभाग ने 20 सितंबर सें छठी से आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन मिडिल स्कूल पिछले डेढ़ साल से बंद हैं, इस कारण सफाई नहीं हो सकी है।
शिक्षा विभाग दो से तीन दिन का समय साफ.सफाई के लिए स्कूलों को देगा।
इस कारण 24 से छठी से आठवीं के छात्र-छात्राओं को स्कूल बुलाया जा सकेगा।
स्कूल खोलने की तैयारियां पूरी
कई जिलों में आपदा प्रबंधन के आदेश के आलोक में तैयारी कर ली गई हैए अभिभावकों का अनुमति पत्र लेकर पहुंचने वाले छात्रों की कक्षा लेने की बात कही गई है।
कोरोना के कारण बंद रहे स्कूल
कोरोना के कारण छठी से आठवीं में पढ़ रहे छात्र.छात्रा पिछले डेढ़ वर्षों से ऑफलाइन शिक्षा ग्रहण नहीं कर सके हैं।
अब सरकार की ओर से उनकी ऑफलाइन क्लास की भी अनुमति मिली है। स्कूलों में ऑफलाइन क्लास शुरू होने पर भी उन्हें स्कूल आने की अनिवार्यता नहीं होगी।
जो छात्र छात्रा स्कूल आना चाहेंगे वही स्कूल आ सकेंगे। जो घर पर पढ़ना चाहेंगे उनके लिए डिजिटल कंटेंट और ऑनलाइन क्लास जारी रहेंगी।
अभिभावकों से सहमति पत्र लेगा स्कूल
छात्र-छात्राओं को अभिभावकों से सहमति पत्र लेकर स्कूल आना होगा। अभिभावक शपथ पत्र देंगे कि वे बच्चों को स्कूल भेजने की अनुमति दे रहे हैं।
उनके घर में किसी को कोविड.19 से संबंधित लक्षण नहीं है। न ही वह हाल में किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैंए जिनमें ऐसे लक्षण हैं।
स्कूल आने में बच्चों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।
स्कूलों के मुख्य द्वार पर सेनेटाइजर या हाथ धोने के लिए साबुन और पानीए बॉडी टेंपरेचर के लिए थर्मल स्कैनर रखा जाएगा। जांच के बाद उन्हें प्रवेश मिलेगा।
हर क्लास में एक बेंच पर एक छात्र या छात्रा बैठेंगे। संख्या ज्यादा हुई तो ऑड. इवन रोल नंबर से विद्यार्थियों को स्कूल बुलाया जाएगा।
ऑफलाइन टेस्ट नहीं होगा
छठी से आठवीं के बच्चों का स्कूलों में ऑफलाइन टेस्ट नहीं होगा। बच्चे स्कूल में सिर्फ पढ़ाई कर सकेंगे।
स्कूलों में होने वाले मंथली एसेसमेंट के प्रश्न उन्हें दे दिए जाएंगेए वह घर से उत्तर लिख कर लाएंगे।
प्रशासन की टीम स्कूलों में जाकर कोविड की जांच करेगी। स्कूल में एसी का प्रयोग नहीं करने का निर्देश भी दिया गया है।
नहीं बनेगा मिड डे मील
राज्य के प्रारंभिक स्कूलों के छात्र छात्राओं को मिड डे मील देना अनिवार्य है, लेकिन छठी से आठवीं के छात्र छात्राओं को अभी यह नहीं मिलेगा। बच्चे घर से ही भोजन करके आएंगे।
छठी से आठवीं के छात्र छात्राओं को वर्तमान में जिस प्रकार अनाज दिया जा रहा है उसी प्रकार दिया जाएगा।
क्या कहते हैं जेईपीसी अधिकारी
इस संबंध में जेईपीसी के एसपीडी किरण कुमारी पासी ने कहा है कि छठी से आठवीं के छात्र.छात्राओं को स्कूल बुलाने की गाइडलाइन सोमवार को जारी कर दी जाएगी।
स्कूलों के कमरे लम्बे समय से बंद हैं, स्कूलों को साफ.सफाई का मौका दिया जाएगा। अगले दो.चार दिनों में बच्चों को स्कूल बुलाया जाएग