रांची: गुमला जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा का जेल में रहना कोई मायने नहीं रखता है।
उसे जेल में ही घर की तरह तमाम एशो-आराम और सुविधाएं दी जा रही हैं। यह बातें एक वायरल तस्वीर से स्पष्ट हो रही है।
यह वायरल तस्वीर गुमला पुलिस और जेल प्रशासन को भी हाथ लगी है। तस्वीर मिलने के बाद प्रशासन के होश उड़ गए हैं। यह तस्वीर जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है।
बताया जा रहा है कि हाल के दिनों में गुमला पुलिस की टीम ने जेल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान पुलिस की टीम ने जेल से एक मोबाइल भी जब्त की थी।
जब्त मोबाइल की जांच में यह तस्वीर सामने आयी है। तस्वीर सामने आने के बाद पूरा पुलिस इसकी जांच में जुट गई है।
यह पता लगाया जा रहा है कि जेल में गैंगस्टर ने पार्टी कब की। साथ ही यह भी पता किया जा रहा है कि जेल के भीतर शराब व अन्य सामग्री कैसे पहुंच गई।
इसमें कौन लोग शामिल हैं। जांच पूरी होने के बाद तस्वीर की सच्चाई सामने आएगी। इस मामले में गुमला जेल अधीक्षक सुनील कुमार ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है।
जेल छलक रही शराब
वायरल तस्वीर यह बता रही है कि जिस जगह पर गैंगस्टर अपने गुर्गों के साथ बैठा है, उसके पीछे लोहे की गेट लगी है।
जिससे यह साफ हो रहा है कि परिसर जेल के सेल का है। सेल में सुजित सिन्हा अपने गुर्गों के साथ बैठा हुआ है। सभी लोग शराब और सिगरेट पी रहे हैं।
साथ ही अपने सामने रूपयों का बंडल भी रखा है। एक दूसरी तस्वीर में वह गुर्गों के साथ वह शराब पीते और खाना खाते दिख रहा है। सूत्र बताते हैं कि गत 30 दिसंबर की रात गैंगस्टर ने जेल की सेल में पार्टी की थी।
नवंबर से गुमला जेल में बंद है सुजीत
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा बीते नवंबर 2021 से गुमला जेल में बंद है। इससे पहले वह धनबाद जेल में बंद था।
वहां से करीब आठ माह वह जेल में रहा। इसके बाद सरकार के निर्देश पर उसे गुमला जेल शिफ्ट किया गया।
51 मामलों का आरोपी है गैंगस्टर
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के खिलाफ आर्म्स एक्ट, रंगदारी और हत्या समेत 51 केस दर्ज है। यह केस रांची समेत झारखंड के विभिन्न जिलों के थानों में दर्ज है।
सुजीत सिन्हा के गिरोह के कई सदस्य जेल से बाहर है, जिसके जरीय गैंगस्टर जेल के अंदर से ही गिरोह का संचालन कर रहा है।
सुशील श्रीवास्तव का खास शूटर रहा है सुजीत
हजारीबाग कोर्ट में मारे गए गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव के खास शूटरों में सुजीत सिन्हा की गिनती होती थी। सुजीत सिन्हा ने सुशील की मौत का बदला लेने के लिए भोला पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी की हत्या की साजिश भी रची थी।
सुजीत सिन्हा ने ही अपराधी लवकुश शर्मा के जरिए इंजीनियर समरेंद्र प्रताप सिंह को मारने की साजिश रची थी। रांची पुलिस ने 2015 में इस मामले में सुजीत को गिरफ्तार किया था। पलामू, रांची समेत अन्य जिलों में उसके खिलाफ दर्जनों आपराधिक कांड दर्ज हैं।