रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को हजारीबाग में बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने जो भी वादे जनता से किए उस पर वह खरी नहीं उतर पा रही है। भाजपा की सरकार में जहां लोगों को 10 से 15 घंटा निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाई जा रही थी,
जबकि हेमंत सरकार की ओर से मात्र तीन से चार घंटे ही बिजली उपलब्ध हो रही है। ऐसे में उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि बिजली की लचर व्यवस्था के कारण छोटे उद्योग अब बंदी के कगार पर पहुंच गए हैं। छात्रों को भी पढ़ाई में काफी परेशानी हो रही है।
इतना ही नहीं शीतकाल में जो फसल किसानों ने अपने खेतों में लगाए हैं उसके पटवन के लिए भी उन्हें डीजल का उपयोग करना पड़ रहा है। यदि बिजली निर्बाध रूप से मिले तो किसानों को भी काफी फायदा पहुंचेगा।
दूसरी ओर बरकट्ठा से निर्दलीय विधायक अमित यादव शुक्रवार को अपने विधानसभा से जुड़े मुद्दों को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन करते नजर आए।
कोडरमा, हजारीबाग जिले में बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर भी विधायक ने सवाल खड़ा किया। विधायक ने बिजली नहीं तो वोट नहीं के नारे लिखी तख्तियां लहराईं और प्रदर्शन किया।
विधायक यादव ने कहा कि डीवीसी के कमांड एरिया के सात जिलों में महज चार से पांच घंटे रोजाना बिजली मिल रही है।