रांची : राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि हर किसी को अपना कार्य निष्ठा और समर्पण से करना चाहिए। दूसरे के कार्यों में अनावश्यक हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक में राष्ट्रीयता की भावना प्रबल होनी चाहिए। वे राष्ट्रहित में सदा कार्य करें तथा अपने जीवन में देश के लिए कुछ ऐसा करें कि भावी पीढ़ी उन्हें उनके योगदानों के लिए स्मरण करें।
राज्यपाल गुरुवार को आरकेडीएफ विश्वविद्यालय रांची द्वारा आयोजित ‘बहु-विषयक शोध में वर्तमान के नवाचार’ विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हर मां-बाप अपने बच्चे को अभियंता, चिकित्सक आदि बनाना चाहते हैं। बच्चों के नामांकन के लिए वे परेशान रहते हैं, जबकि बच्चों की रुचि किसमें है, यह भी देखने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भारत में बहु-विषयक तरीके से शोध की एक प्राचीन परंपरा है। एक समय हमारा देश विश्वगुरु कहलाता था। नालंदा जैसे प्रख्यात विश्वविद्यालय में पूरे विश्व से विद्यार्थी एवं शोधार्थी ज्ञान हासिल करने आते थे।
राज्यपाल ने कहा कि एक समय फिर ऐसा आयेगा, जब पूरा सामान मेड इन भारत होगा। हमारे शिक्षण संस्थानों को देश में उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान करने की दिशा में प्रयास करना होगा।
हमें ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में ऐसा वातावरण तैयार करना होगा कि पूरी दुनिया के लोग हमारे यहां पढ़ने की मंशा रखें।
उन्होंने कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा में सुधार लाने के लिए कुलपतियों के साथ निरंतर समीक्षा बैठक कर रहा हूं। विगत दिनों हमने राज्य के निजी विश्वविद्यालयों के साथ भी समीक्षा बैठक की थी।
विगत दिनों इस क्रम में राज्य के निजी विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ बैठक की गयी।