रांची: आजादी के अमृत महोत्सव पर सदर अस्पताल में कुष्ठ विकृति सुधार शल्य कैम्प का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, उप निदेशक सह राज्य कुष्ठ निवारण पदाधिकारी कृष्ण कुमार और सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
20 नवंबर से 27 नवंबर तक कुष्ठ रोग से दिव्यांग हुए लोगों की विकृति निवारण के लिए जांच एवं शल्य शिविर का आयोजन किया गया है। 20 से 22 नवंबर तक रोगियों का जांच और रजिस्ट्रेशन किया गया।
23 से 27 नवंबर तक कुष्ठ रोगियों का री-कॉन्सट्रक्टिव सर्जरी किया जाएगा। सर्जरी की शुरुआत के पहले दिन 18 कुष्ठ रोगियों की सर्जरी की जाएगी।
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कुष्ठ रोगियों को अछूत नहीं मानना चाहिए। वे भी समाज का हिस्सा है। उनके साथ संवेदनशीलता अपनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इस कैम्प के माध्यम से शरीर के वैसे अंग जो खराब हो गये हैं, उसे सर्जरी कर ठीक किया जाएगा। बन्ना गुप्ता ने कहा कि आने वाले समय में टीवी (ट्यूबरक्लोसिस), फाइलेरिया, कालाजार के अलावे अन्य बीमारियों पर नियंत्रण की दिशा में कारगर रूप से स्वास्थ्य विभाग कम कर रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि यह शल्य शिविर कुष्ठ रोग से लाचार मरीजों को नया जीवन देगा। कुष्ठ रोग के मरीजों को दिव्यांग होने के कारण लाचारी झेलनी पड़ती है।
जिसे अब ऑपरेशन के द्वारा दूर किया जाएगा। कुष्ठ रोग के ऑपरेशन के लिए रायपुर से आए डॉ कृष्णमूर्ति काम्बले ने कहा कि झारखंड में कुष्ठ रोग से विकृत हुए मरीजों का ऑपरेशन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 18 मरीज चिन्हित किये गए हैं, जिनका अगले दो दिन तक सर्जरी किया जाएगा।