रांची: झारखंड वैश्य मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहू ने कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य स्थापना दिवस पर ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के मामले में चुप्पी साध कर पिछड़े वर्ग को निराश किया है।
हमें काफी उम्मीद थी कि झारखंड स्थापना दिवस पर महागठबंधन की सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन चुनावी घोषणा-पत्र में किये गए वायदे के मुताबिक इस बार पिछड़े वर्ग का आरक्षण कोटा बढ़ाकर 27 प्रतिशत कर देगें।
साथ ही वैश्य आयोग का गठन करने की सकारात्मक पहल करेंगे। लेकिन इस सरकार ने वैश्य एवं पिछड़े वर्ग को निराश और दरकिनार कर दिया है।
उन्होंने मंगलवार को कहा कि ऐसी स्थिति में हमारे पास एक ही रास्ता बचता है और वह है आन्दोलन का। देश की आजादी की लड़ाई के समय हमारे आदर्श, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी यही कहते थे कि लोकतांत्रिक और अहिंसा के बल लड़ी गई लड़ाई विरोधियों एवं दुश्मनों को झुकने पर मजबूर कर देती है
। चूंकि हम लोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अनुवाई और वंशज हैं। इसलिए मोर्चा अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से आन्दोलन का रास्ता अपनायेगी। इसके तहत आगामी 20 नवंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा के समक्ष एक दिवसीय महा उपवास कार्यक्रम किया जाएगा और अपना विरोध दर्ज कराया जाएगा। जब तक सरकार हमारी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं करती है, हम चुप बैठने वाले नहीं हैं।