झारखंड : तीन महीने से वेतन नहीं मिलने से नाराज जैक कर्मियों ने की हड़ताल, मंत्री के आश्वासन पर फिर लौटे काम पर

News Aroma Media

रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के कर्मी लंबित वेतन के भुगतान की मांग को लेकर सोमवार को अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गये।

इस दौरान कर्मियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि, कुछ देर बाद ही शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के मीडिया में दिये गये आश्वासन के बाद झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) कर्मचारी संघ ने हड़ताल को तत्काल स्थगित कर दिया।

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मीडिया में जारी अपने बयान में कहा कि जैक कर्मचारी हड़ताल खत्म कर दें। एक से दो दिन में वेतन का भुगतान हो जायेगा।

मंत्री के आश्वासन पर जैक कर्मचारी संघ द्वारा हड़ताल को तत्काल स्थगित कर दिया गया।जैक कर्मचारियों द्वारा निर्णय लिया गया कि मंत्री के अश्वासन के आलोक में एक सप्ताह के अंदर अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो कर्मचारी पुनः आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

इस मौके पर कर्मचारी संघ के दिनेशवाल दास, मुकेश कुमार, मनीष कुमार दुबे, मिथिलेश कुमार रतन, शेखर महतो आदि मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि जैक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने से लगभग तीन माह से कर्मियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है।

तीन परिषद पदाधिकारी, सभी कर्मचारी और पेंशनधारीकर्मी के साथ-साथ कई सुरक्षाकर्मियों और आउटसोर्सिंग सफाईकर्मियों का तीन माह से वेतन भुगतान लंबित है। इस कारण कर्मियों के समक्ष आर्थिक तंगी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।

जैक कर्मचारियों ने कहा कि इसे लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वेतन दिलाने का आग्रह किया गया है। कर्मियों ने बताया कि दो माह से वेतन मिला नहीं और अब नवंबर माह के वेतन पर भी ग्रहण लग चुका है। इस माह त्योहार भी तंगी की हालत में गुजारना पड़ा।

इस पूरे मामले में जैक सचिव महीप कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि उन्हें अध्यक्ष पद का प्रभार जरूर मिला है, लेकिन वित्त का प्रभार उनके पास नहीं है। दूसरी ओर, वेतन नहीं मिलने से करीब 300 कर्मी प्रभावित हैं। जैक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद 15 सितंबर 2021 से खाली है।

ऐसा पहली बार हुआ है कि जैक अध्यक्ष पद इतने लंबे समय से खाली है। जैक नियमावली के अनुसार अध्यक्ष को ही परीक्षा संबंधी और वित्तीय कार्यों संबंधी पूर्ण निर्णय लेने का अधिकार है। यह अधिकार किसी अन्य अधिकारी को नहीं है। अध्यक्ष के अभाव में वेतन भुगतान सहित सारे कार्य लंबित हैं।

उन्होंने बताया कि इसका विपरीत असर आगामी आठवीं से लेकर 12वीं तक की वार्षिक परीक्षाओं के आयोजन पर पड़ रहा है। लगभग 24 लाख विद्यार्थी इन परीक्षाओं में शामिल होंगे। परीक्षा संबंधी सभी कार्यों में वित्तीय मामले जुड़े हुए हैं। इसलिए उनके निष्पादन पर गंभीर असर पड़ रहा है। जिस परीक्षा संबंधी कार्यों में वित्तीय मामले जुड़े हुए हैं, वे कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।

इधर, स्थिति को गंभीर बताते हुए झारखंड राज्य वित्तरहित संयुक्त शिक्षा संघर्ष मोर्चा के रघुनाथ सिंह, सुरेंद्र झा, देवनाथ सिंह, नरोत्तम सिंह, मनीष कुमार आदि ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से जैक अध्यक्ष पद पर शीघ्र नियुक्ति की मांग की है।

साथ ही, यह भी मांग की है कि अगर नियुक्ति नहीं की जाती है, तो सचिव को वित्तीय अधिकार दिया जाये, ताकि आगामी परीक्षाओं के आयोजन से संबंधित सारे कार्य पूरे हो सकें। अनुदान प्रपत्र भरने का समय एक माह बढ़ाने की भी मोर्चा ने मांग की है।

अपनी इन्हीं मांगों को लेकर झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) कर्मचारी संघ सोमवार को जैक कार्यालय के मुख्य द्वार के पास ही हड़ताल पर बैठ गये। जैक कर्मियों की हड़ताल का नेतृत्व कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दिनेश नाथ दास और महामंत्री मुकेश प्रताप सिंह कर रहे थे।

बाद में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मीडिया के माध्यम से जैक कर्मियों से हड़ताल खत्म करने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक दो दिन में वेतन का भुगतान हो जायेगा। साथ ही, जल्द ही जैक अध्यक्ष की भी नियुक्ति होगी। मंत्री के इस आश्वासन के बाद हड़ताल स्थगित कर दी गयी।