रांची: रिम्स में इलाजरत एक किशोरी करिश्मा कुमारी (13) को दो युवक बहला-फुसलाकर ले गए लेकिन किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी।
रिम्स की सुरक्षा में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड, सैप के जवान और बरियातू टीओपी की पुलिस तैनात रहती है।
बताया गया है कि किशोरी बिहार के बांका जिले के गोकुला की रहने वाली है। वह मानसिक रूप से विक्षिप्त थी। परिजन उसका इलाज सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ सायकेट्री (सीआईपी) कांके में करवा रहे थे।
वहां 27 अक्टूबर को उसका इलाज शुरू हुआ लेकिन वह बेहोश हो जा रही थी। इसके बाद सीआइपी के डॉक्टर ने उसे रिम्स रेफर कर दिया। इसके बाद किशोरी का इलाज रिम्स के पीडियाट्रिक विभाग की प्रोफेसर डॉ मिनी रानी अखौरी कर रही थी।
किशोरीबच्ची के लापता होने के बाद उनके द्वारा डालसा प्रतिनिधि अनीता देवी को सूचना मिली। इसके बाद उन्होंने उसकी खोजबीन शुरू की। उसका अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
उसकी मां कुंती देवी ने बताया कि सीआईपी में इलाज के दौरान करिश्मा बेहोश हो जा रही थी। इसके बाद वहां के डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया था।
रिम्स के पीडियाट्रिक विभाग में उसको 28 नवंबर को भर्ती किया गया।
कुंती ने कहा कि 29 नवंबर सोमवार की रात से मेरी बेटी लापता है। उन्होंने कहा कि नींद खुलते ही लड़की को ढूंढा पर वो नहीं मिली। वार्ड के लोगों से पूछने पर बताया कि दो लड़के आये थे, जिन्होंने समोसा खिलाने की बात कहते हुए उसे वार्ड से बाहर लेकर चले गए।
टीओपी में डालसा प्रतिनिधि अनिता के सहयोग से लड़की की मां कुंती देवी ने लिखित शिकायत दर्ज करवाया है। टीओपी प्रभारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।