रांची : प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन (पासवा) के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दुबे के नेतृत्व में गुरुवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से मुलाकात की।
मौके पर पासवा के प्रतिनिधिमंडल ने 15 से 18 वर्ष के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में 47 हजार निजी विद्यालयों की ओर से सहयोग करने का भरोसा दिलाया एवं निजी स्कूलों को आर्थिक सहायता दिये जाने की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा।
दुबे ने मुख्य सचिव से अनुरोध किया कि निजी स्कूल शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण एक महीने के अंदर पूर्ण करा देंगे, लेकिन यह तभी संभव है, जब कक्षा आठ से 12वीं तक के बच्चों का स्कूल खुलेगा।
निजी विद्यालय में लगभग पांच लाख शिक्षक और कर्मचारी अपने स्कूल के मूलभूत संसाधनों के साथ बच्चों का टीकाकरण संपन्न करा सकते हैं।
सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए पासवा ने कहा कि पिछले दो साल से पठन-पाठन पूरी तरह से बंद हो गया है। पढ़ाई से बच्चों का मोह भंग होता जा रहा है, तो वहीं निजी स्कूल लगातार बंद होते जा रहे हैं।
कार्यरत शिक्षक और कर्मचारियों के समक्ष भुखमरी की नौबत है, तो कई शिक्षकों का आर्थिक तंगी की वजह से निधन भी हुआ है।
दुबे ने बताया कि मुख्य सचिव ने पासवा के विचारों को गंभीरतापूर्वक सुना एवं कहा कि मजबूरी में लॉकडाउन किये जाते हैं।
स्कूल खोलना एक नाजुक मसला है। लेकिन, सरकार इस पर विचार करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि निजी विद्यालयों की स्थिति अच्छी नहीं है।
उन्हें आर्थिक सहायता के मुद्दे पर भी प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि कुछ न कुछ इस पर भी सरकार विचार करेगी।
दुबे ने कहा है कि हम अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।