रांची: भाकपा माओवादियों ने एक करोड़ के इनामी और ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो कमेटी के सचिव प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी को जल्द बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के को लेकर शुक्रवार से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
प्रतिरोध दिवस खत्म होने के बाद 27 जनवरी को झारखंड और बिहार बंद बुलाया है। इस संबंध में बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी में प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। माओवादियों ने उन्हें बेहतर इलाज की सुविधा देने की मांग की है।
माओवादियों के प्रतिरोध सप्ताह और बंद को लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी एसपी को अपने अपने जिले में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि 12 नवंबर को ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव और एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा , उनकी पत्नी शीला मराण्डी उर्फ शीला दी, बिरेन्द्र हांसदा उर्फ जितेन्द्र, राजू टुडू उर्फ निखिल उर्फ बाजु, कृष्णा बाहदा उर्फ हेवेन और गुरूचरण बोदरा को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी के पास से चार मोबाइल, दो एसएसडी एक पेन ड्राइव 1.51 लाख रूपया सहित अन्य सामान बरामद किया था।
प्रशांत बोस के पास से बरामद हुए पेन ड्राइव और एसएसडी में नक्सली संगठन के कई दस्तावेज थे, जो सरकार के खिलाफ और नक्सली संगठन के समर्थन में प्रचार संगठन के पत्र और अन्य दस्तावेज की सॉफ्ट कॉपी है।
सरायकेला जिला के कांड्रा थाना अंतर्गत गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा के पास चेकिंग के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया था। सांसद सुनील महतो का हत्या सहित 50 से अधिक मामलों में प्रशांत की तलाश पुलिस को थी।