रांची: कहा जाता है कि नए साल का आगाज अच्छा हो तो पूरा साल अच्छा ही जाता है। इसी चाहत में नए साल को यादगार बनाने के लिए जश्न मनाने में नशा और रफ्तार जी का जंजाल बन गया।
जहां 24 घंटे के भीतर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में दो दर्जन वाहन के शिकार हुए और अब अस्पताल में पहुंचकर जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष करने को मजबूर हो गए हैं।
नए साल के पहले ही दिन दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद घायल 21 लोगों को इलाज के लिए सिर्फ रिम्स में भर्ती कराया जा चुका है।
वाहनों ने पकड़ी रफ्तार के आगे पुलिस रही लाचार
न्यू ईयर में रात 12 बजे के बाद से अचानक ही सड़क हादसों के मामले में इजाफा हो गया। वाहन चालकों की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए पुलिस काफी प्रयास करती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली।
रात ढलते पुलिस अपने.अपने चेक पोस्ट पर सड़क किनारे आराम फरमाने लगी और नशे की हालत में वाहन चालक तेज रफ्तार से गाड़ी दौड़ाते रहे।
कई वाहन चालक हादसे के शिकार हुए, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है। कोरोना की वजह से पुलिस ड्रंके एन ड्राइव भी नहीं चला पाई।
ऐसे में शराब के नशे में वाहन चलाने वाले लोगों को पुलिस चिह्नित भी नहीं कर सकी। वाहन सवार रातभर तेज रफ्तार से वाहन चलाते रहे, जिसकी वजह से दुर्घटनाओ में काफी इजाफा हुआ।