रांची : हायर एजुकेशन की टीम ने रांची के ब्राम्बे स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हुए नियुक्ति घोटाला की जांच शुरू कर दी है।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी पर अपने रिश्तेदारों को गलत तरीके से सेंट्रल यूनिवर्सिटी में नौकरी दिलाने का आरोप लगा है। मंगलवार को जांच के लिए मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन की पांच सदस्यीय टीम रांची पहुंची।
जानकारी के अनुसार, यूनिवर्सिटी में 2009 से 2015 तक दर्जन से अधिक एसोसिएट प्रोफेसरों की नियुक्ति के साथ अन्य पदों पर नियमों को ताक पर रखकर नियुक्ति की गयी है। पूर्व वीसी डीटी खटिंग के कार्यकाल में ये नियुक्तियां हुई थीं।
खटिंग मार्च 2009 से फरवरी 2014 तक वीसी रहे थे। इनके बाद के वीसी ने मामले की जांच करवायी थी। इसमें आरोपों को सही पाया गया था।
बताया जा रहा है कि नियमों को ताक पर रखकर कुल 62 नॉन टीचिंग और 50 टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति हुई है।बताया जा रहा है कि वीसी नंद कुमार यादव इंदु के कार्यकाल में हुई नियुक्तियों की भी जांच होगी।
सीवीसी ने नियुक्तियों की विस्तृत जांच कराने के लिए मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन को पत्र लिखा है। इंदु के कार्यकाल में हुई नियुक्तियां भी जांच के घेरे में हैं।
आरोप है कि इंदु ने अपने रिश्तेदारों के साथ-साथ अपनी पत्नी के रिश्तेदारों की भी नियुक्तियां की हैं। बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में वर्ष 2009 से ही अवैध नियुक्तियों का सिलसिला जारी रहा है।