रांची: भाकपा माओवादी के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो कमेटी के सचिव और एक करोड़ के ईनामी प्रशांत बोस सहित छह नक्सलियों को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में सोमवार को शिफ्ट कर दिया गया।
कड़ी सुरक्षा के बीच नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा और उनकी पत्नी शीला मरांडी सहित छह नक्सलियों को सरायकेला से रांची के होटवार जेल शिफ्ट कर दिया गया है।
बताया गया कि यह फैसला सुरक्षा कारणों से लिया गया है। जिन नक्सलियों को रांची शिफ्ट किया गया है। इनमें बिरेन्द्र हांसदा उर्फ जितेन्द्र, राजू टुडू उर्फ निखिल उर्फ बाजु, कृष्णा बाहदा उर्फ हेवेन और गुरूचरण बोदरा शामिल है।
सभी को रिमांड अवधि पूरी होने के बाद रविवार को कोर्ट में पेश किया गया था। फिर रिमांड का अवधि बढ़ाने की मांग की गयी थी, लेकिन अदालत से रिमांड नहीं मिली। इसके बाद सभी को सरायकेला जेल भेज दिया गया था।
लेकिन सोमवार को सभी को विशेष सुरक्षा से सरायकेला जेल से रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार जेल भेजा गया।
जेल सुपरिटेंडेंट हामिद अख्तर ने बताया कि प्रशांत बोस सहित छह नक्सलियों को जेल में शिफ्ट किया गया है। उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच में रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि 12 नवंबर को ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव और एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा , उनकी पत्नी शीला मराण्डी उर्फ शीला दी, बिरेन्द्र हांसदा उर्फ जितेन्द्र, राजू टुडू उर्फ निखिल उर्फ बाजु, कृष्णा बाहदा उर्फ हेवेन और गुरूचरण बोदरा को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी के पास से चार मोबाइल, दो एसएसडी एक पेन ड्राइव 1.51 लाख रूपया सहित अन्य सामान बरामद किया था।
प्रशांत बोस के पास से बरामद हुए पेन ड्राइव और एसएसडी में नक्सली संगठन के कई दस्तावेज थे, जो सरकार के खिलाफ और नक्सली संगठन के समर्थन में प्रचार संगठन के पत्र और अन्य दस्तावेज की सॉफ्ट कॉपी है।
सरायकेला जिला के कांड्रा थाना अंतर्गत गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा