रांची: भाकपा माओवादी के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो कमेटी के सचिव प्रशांत बोस की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद रविवार को उसे कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को सरायकेला जेल भेजा गया।
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में कड़ी सुरक्षा में छह नक्सलियों को सरायकेला के लिए रवाना किया गया। रांची जिले की पुलिस रिमांड पर लिये गये सभी को रांची सरायकेला बॉर्डर रंगा माटी तक पहुंचाने के बाद सरायकेला जिले के पुलिस कप्तान आनन्द प्रकाश के हवाले कर लौट आई।
उसके बाद एसपी आनन्द प्रकाश के नेतृत्व में पुलिस टीम भारी सुरक्षा के बीच उन्हें लेकर सरायकेला चली गयी। बाद में सभी को सदर अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान सदर अस्पताल पूरी तरह छावनी में तब्दील था मौके पर एसपी आनन्द प्रकाश खुद भी मुस्तैद थे।
उल्लेखनीय है कि नक्सलियों के शीर्ष नेता प्रशांत बोस उर्फ किशन दा के 150 घंटे की रिमांड अवधि खत्म हो गयी है। इसके बाद सरायकेला पुलिस ने सरायकेला सदर अस्पताल में उसका मेडिकल कराया जहां से कोर्ट में पेश करने के बाद सरायकेला जेल भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार प्रशांत बोस को पेशाब में जलन की शिकायत है। इसका यूरिन टेस्ट कराया गया। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे।
प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी सहित छह नक्सलियों को सदर अस्पताल लाया गया है। यहां इनकी स्वास्थ्य जांच की गयी। सदर अस्पताल में स्वयं एसपी आनंद प्रकाश मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि 12 नवंबर को ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो के सचिव और एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन दा , उनकी पत्नी शीला मराण्डी उर्फ शीला दी, बिरेन्द्र हांसदा उर्फ जितेन्द्र, राजू टुडू उर्फ निखिल उर्फ बाजु, कृष्णा बाहदा उर्फ हेवेन और गुरूचरण बोदरा को गिरफ्तार किया था।
सरायकेला जिला के कांड्रा थाना अंतर्गत गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा के पास चेकिंग के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
सांसद सुनील महतो का हत्या सहित 50 से अधिक मामलों में प्रशांत की तलाश पुलिस को थी।